संपत्ति के लिए दुश्मन बने मौसेरे भाई ने ही कराई थी कुलदीप की हत्या
करोड़ों रुपए की बेशुमार संपत्ति को हड़पने के लिए हुई कुलदीप की हत्या मौसेरे भाई ने ही भाड़े के हत्यारों से कराई थी।
मुजफ्फरनगर। करोड़ों रुपए की बेशुमार संपत्ति को हड़पने के लिए थाना छपार क्षेत्र में हुई कुलदीप की हत्या मौसेरे भाई ने ही भाड़े के हत्यारों से कराई थी। 1000000 रुपए की सुपारी देकर कुलदीप का कत्ल कराया गया था। पुलिस ने इस सिलसिले में चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर कत्ल के इस मामले का खुलासा कर दिया है। शनिवार को पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित की गई प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया है कि इसी महीने की 4 अगस्त को शाम के समय खेत पर मजदूर को खाना देकर वापस गांव में लौट रहे थाना छपार क्षेत्र के गांव बढेडी के रहने वाले कुलदीप की हत्या कर दी गई थी। गांव परेई के जंगल में रास्ते पर की गई हत्या की इस घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था।
एसपी सिटी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन की अगवाई में हत्या की इस वारदात के खुलासे के लिए थाना छपार पुलिस और सर्विलांस की टीमों का गठन किया गया था। सुरागसी में लगी पुलिस की टीमों ने थाना नई मंडी क्षेत्र के गांव बिलासपुर निवासी लुकमान पुत्र नूरुद्दीन, थाना शाहपुर क्षेत्र के ग्राम सौरम निवासी तासीन पुत्र लाला, थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गांव मौलाहेड़ी के साहिर पुत्र अलमुद्दीन तथा सोनू पुत्र प्रेमचंद को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
इस दौरान पता चला कि मृतक कुलदीप की संपत्ति का उसके अलावा कोई वारिस नहीं है। कुलदीप का मौसेरा भाई अरविंद उर्फ जॉनी पुत्र कालूराम निवासी ग्राम मौलाहेड़ी थाना मंसूरपुर मुजफ्फरनगर पिछले काफी समय से कुलदीप के साथ उसी के घर में परिवार समेत रह रहा था। इस दौरान कुलदीप के मौसेरे भाई अरविंद उर्फ जोनी के दिमाग में उसकी संपत्ति हड़पने का विचार आ गया। अपने इरादों को मूर्त रूप देने के लिए अरविंद ने लुकमान, तासीन, साहिर, सोनू, आबिद पुत्र मौसम निवासी गांव मांडी थाना तितावी, काला पुत्र नामालूम निवासी गांव मांडी थाना तितावी, साजिद उर्फ मास्टर पुत्र इलाहु निवासी बिलासपुर थाना नई मंडी आदि के साथ कुलदीप की हत्या की बाबत बातचीत की।
भाड़े के हत्यारों के साथ 10 लाख रुपए में कुलदीप की हत्या करना तय हुआ। बनाई गई योजना के मुताबिक अरविंद ने अपने साथी साहिर व सोनू को कुलदीप के खेत पर जाने वाला रास्ता दिखाया। 8 अगस्त की शाम को जब कुलदीप खेत पर नौकर को खाना देकर वापस लौट रहा था तो रास्ते में परेई के जंगल में मिले भाड़े के हत्यारों ने कुलदीप की हत्या कर दी। सर्विलांस की मदद से हुए खुलासे के बाद पुलिस ने कर हत्यारोपियो को गिरफ्तार करते हुए उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा और एक दाव बरामद किया है। एसपी सिटी ने बताया है कि बाकी बचे हत्यारोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
एसपी सिटी ने हत्या की इस वारदात का खुलासा करने वाली टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक अमरपाल शर्मा, उप निरीक्षक विनीत मलिक, उप निरीक्षक नंदकिशोर शर्मा, उप निरीक्षक सेंसर पाल सिंह, हेड कांस्टेबल राहुल कुमार सर्विलांस सेल, हेड कांस्टेबल दीपक कुमार सर्विलांस सेल, हेड कांस्टेबल थाना छपार गौरव एवं विनय, कांस्टेबल ललित कुमार सर्विलांस सेल, कांस्टेबल अनीस खान थाना छपार, कांस्टेबल जितेंद्र सिंह थाना छपार, कांस्टेबल हरमेश गोला थाना छपार, कांस्टेबल रजत थाना छपार तथा कांस्टेबल विवेक थाना छपार की प्रशंसा करते हुए समूची टीम की पीठ थपथपाई है।