कर्मवीर बने इंस्पेक्टर- बड़े गुडवर्कों से मिल चुके हैं इनाम- इन थानों के रहे SO
पुलिस ड्यूटी कर रहे इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह पर पेश है खोजी न्यूज की खास रिपोर्ट....
मुजफ्फरनगर। सिपाही के तौर पर यूपी पुलिस में एंट्री करके खाकी वर्दी पहनकर अपराध पर अंकुश लगाने वाले कर्मवीर सिंह आज शासन द्वारा प्रमोशन पाते हुए इंस्पेक्टर बन गये हैं। कर्मवीर सिंह के दो भाई और खाकी वर्दी पहनकर अपराधियों को धूल चटाने का कार्य कर रहे हैं। कर्मवीर सिंह ने शामली और मुजफ्फरनगर जिलों में थाना प्रभारियों के तौर पर सुपीरियर पुलिसिंग की है। उनकी शानदार पुलिस के चलते ही हाल ही प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने कर्मवीर सिंह डीजी कमांडेशन सिल्वर मेडल और भारत सरकार द्वारा उत्कर्ष सराहनीय सेवा सम्मान से सम्मानित किये जा चुके हैं। वर्तमान में मुजफ्फरनगर में पुलिस ड्यूटी कर रहे इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह पर पेश है खोजी न्यूज की खास रिपोर्ट....
गौरतलब है कि कर्मवीर सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के एक गांव में 3 अगस्त 1978 को प्यारेलाल के परिवार में हुआ था। कर्मवीर सिंह अपने पिता प्यारेलाल के चार लड़के हैं, जिसमें तीन भाई पुलिस में रहकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कर्मवारी सिंह ने प्रांरभिक शिक्षा अलीगढ़ से ही ग्रहण की। इसके बाद उन्होंने भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री हासिल की। कर्मवीर सिंह ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की परीक्षा पास कर 1997 में वह यूपी पुलिस के सिपाही बन गये थे। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2008 में परीक्षा उत्तीर्ण कर मुख्य आरक्षी बन गये थे। वर्ष 2013 में कर्मवारी सिंह को शासन ने प्रमोशन देते हुए उपनिरीक्षक बना दिया था। कर्मवीर सिंह को यूपी पुलिस में उपनिरीक्षक के तौर पर शासन ने प्रमोशन देते हुए उन्हें अब इंस्पेक्टर बना दिया।
इंस्पेक्टर कर्मवीर सिंह खोजी न्यूज से रूबरू होते हुए बताते हैं उनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, जनपद बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, शामली में रही है, जिसके बाद उनका मुजफ्फरनगर जिले में तबादला कर दिया गया था। कर्मवीर सिंह शामली जिले में थाना आदर्शमंडी के दो बार थानाध्यक्ष, थाना कांधला के एक बार और एक बार थाना कांधला के प्रभारी रहे हैं। इनके अलावा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने में माहिर माने जाने वाले कर्मवारी सिंह को शामली जिले में साइबर सेल की जिम्मेदारी भी दी गई थी। मुजफ्फरनगर में एंट्री होने के बाद कर्मवीर सिंह को सबसे पहले शाहपुर थाने का प्रभारी बनाया था, जहां पर उन्होंने क्राईम पर कंट्रोल रखते हुए पति-पत्नी के आपसी विवादों को भी खुद उनकी कांउसलिंग कर उनका समझौता कराया था। यह कर्मवारी सिंह का ही प्रयास था कि पति-पत्नी के बीच पैदा हुई दरार को खत्म करते हुए उनके परिवार को जोड़ने का काम किया था। इसके बाद कर्मवारी सिंह को थाना तितावी भी कमान सौंपी गई थी।
बताया गया कि 2 अक्टूबर 2018 को थाना झिंझाना क्षेत्र के चौसाना में गेट पर तैनात सिपाही व होमगार्ड को गोली मारकर दो राइफल लूटने वाली घटना का खुलासा करने में उस वक्त शामली जिले के साइबर सेल प्रभारी कर्मवारी सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका थी। खुलासे में बताया गया था कि लूटने वाले तीनों बदमाश पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की रैली में बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते थे। इसी उद्देश्य से असलाह लूटा गया था। झिंझाना थाना क्षेत्र के ऊन मार्ग पर पुलिस की बदमाशों से हुई मुठभेड़ में रम सिंह पुत्र गुरचरण निवासी ग्राम रंगाना फार्म थाना झिंझाना, गुरजंट उर्फ जिंटा पुत्र कुलवंत सिंह निवासी ग्राम धलावली थाना गंगोह सहारनपुर और तीसरा आरोपी अमरजीत उर्फ अमृत पुत्र पाला सिंह निवासी सेक्टर 6 गली नंबर 2 मोहल्ला विकास नगर करनाल सिटी हरियाणा अरेस्ट किया गया था। एक साथी फरार हुआ था। यह मामला आंतकवादी संगठन से जुड़ा होने की वजह से एनआईए के पाले में चला गया था। खुलासे में भूमिका निभाने वाले कर्मवीर सिंह को भारत सरकार की तरफ से उत्कर्ष सराहनीय सेवा सम्मान मिला था।
बता दें कि दिसम्बर 2020 को शामली जिले के खंद्रावली जंगल में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ लाइव चली थी, जिसमें कर्मवीर सिंह ने भी शामली के तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव व पुलिस की कई टीमों के साथ मिलकर बदमाशों को पीतल चखाते हुए उन्हें पस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अत्यंत महत्वपूर्ण बात यह भी है कि सहारनपुर के एसओजी प्रभारी के तौर पर कर्मवारी सिंह के भाई उपनिरीक्षक जयवीर सिंह भी मुठभेड़ में बदमाशों का सामना कर रहे थे। इस लाइव मुठभेड़ में तीन बदमाश सन्नी पुत्र ब्रहम सिंह, विशाल पंवार पुत्र विजयपाल और रोहित उर्फ पारूल पुत्र मांगेराम निवासीगण सहारनपुर घायल हुए थे, जिनके कब्जे से लूटा गई रकम और अवैध हथियार बरामद किये थे। गुडवर्क करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी रेंज सहारनपुर की तरफ से 50 हजार रूपये का इनाम भी दिया गया था। उक्त बदमाशों ने 5 दिसम्बर 2020 को देर शाम शहर शामली में सर्राफा व्यापारी से कुछ बदमाशों ने जेवरात से भरा थैला लूटने का प्रयास किया। इस वारदात के पश्चात बदमाशों द्वारा मेरठ-करनाल हाईवे पर सिम्भालका गांव के निकट पेट्रोल पम्प के सेल्समेंन से असलाहों के बल पर नकदी लूट की वारदात को अंजाम दिया था।