जीवन रक्षा के मामले में बनारस नं. 1
कहा जाता है कि किसी काम में सफलता प्राप्त करने के लिए यदि पूरे मनोयोग के साथ प्रयास किये जाये तो देर-सबेर की गई मेहनत का सुफल मिलता जरूर है।
बनारस। कहा जाता है कि किसी काम में सफलता प्राप्त करने के लिए यदि पूरे मनोयोग के साथ प्रयास किये जाये तो देर-सबेर की गई मेहनत का सुफल मिलता जरूर है। पुलिस के यातायात विभाग की दिन रात की गई मेहनत आखिर रंग ले ही आई। एसपी ट्रैफिक के प्रयासों से संभवत बनारस उत्तर प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला बन गया है जहां सभी दो पहिया वाहन चालक हेलमेट लगाकर अपने सफर पर निकलते हैं।
राष्ट्रीय एवं स्टेट राजमार्गों सहित प्रदेश की छोटी बड़ी सड़कों पर रोजाना होने वाले अनगिनत हादसों में जाने वाली लोगों की जान को सही सलामत रखने के लिए पुलिस का यातायात विभाग लोगों को हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित करता रहता है। तमाम प्रयासों के बाद भी लोग हैं कि जो अपने व अपने परिवारजनों के जीवन के प्रति लापरवाह होते हुए दो पहिया वाहन को उठाकर बिना हेलमेट लगाए ही मौत के सफर पर निकल पड़ते हैं। बनारस के एसपी ट्रैफिक सर्वेश कुमार ने रोजाना होती सडक दुर्घटनाओं में जाती लोगों की जानों से द्रवित होकर लोगों के जीवन को बचाने का बीड़ा उठाया।
उन्होंने अपनी टीम के साथ भगीरथ प्रयास जारी रखते हुए लोगों को हेलमेट लगाकर दो पहिया वाहन चलाने को जागरूक किया। काफी दिनों तक लगातार पुलिस के यातायात विभाग के एसपी ट्रैफिक के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा की गई मेहनत का ने भी अपना रंग दिखाया और लोग यातायात विभाग द्वारा किए गए प्रयासों के बाद अब हेलमेट लगाकर दो पहिया वाहन चलाने लगे हैं। शुक्रवार को अंधरापुल पर चलाये गये चैकिंग अभियान के दौरान हेलमेट ना पहन कर चलने वाले को फ्री हेलमेट दिए गए। लगभग 30 मिनट के समय में सिर्फ 5 लोग ही बिना हेलमेट नजर आए। उनको एसपी ट्रैफिक सर्वेश कुमार सिंह ने हेलमेट दिए और चेतावनी दी कि भविष्य में बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन न चलाए ।