फैक्ट्रियों को निशाना बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़- लाखों का कपड़ा बरामद

फैक्ट्रियों से कपड़ा चुराने वाले शातिर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने सरगना समेत सात आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है।

Update: 2021-03-02 10:31 GMT

गौतमबुद्धनगर। गार्डों की मदद से फैक्ट्रियों से कपड़ा चुराने वाले शातिर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने सरगना समेत सात आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग 22 लाख रुपये का चुराया गया कपड़ा बरामद किया है। आरोपी कपड़े को चुराकर उसे कम रुपयों में बाजार में बेचकर वारे-न्यारे कर रहे थे। 

कमिश्नर आलोक कुमार सिंह के दिशा-निर्देशन में खाकी लगातार आपराधिक तत्वों पर शिकंजा कस रही है। इसी कड़ी में आज थाना सेक्टर 58 नोएडा पुलिस ने फैक्ट्रियों में गार्ड की मदद से चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सात आरोपियों को गिफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 110 कपड़े के सूट के बंडल बरामद किये हैं, जिनकी कीमत लगभग 22 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक्टिवा व बाईक भी बरामद की है। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम करण पुत्र कृष्ण निवासी खोड़ा काॅलोनी गाजियाबाद, सुभाष पुत्र कमल सिंह निवासी गाजियाबाद, अंकुर पुत्र मनोज कुमार निवासी खोड़ा कालोनी गाजियाबाद, अजय पुत्र भोलाराम निवासी गाजियाबाद, चन्द्र मोहन यादव पुत्र राम बहादुर सिंह निवासी फर्रूखाबाद, समीर द्विवेदी पुत्र मणी शंकर द्विवेदी निवासी नोएडा, दानिश पुत्र असलम निवासी बताये। पुलिस ने सभी आरोपियों को सैक्टर 62 में फोर्टिस अस्पताल की मुख्य सड़क से अरेस्ट किया।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सैक्टर 63 नोएडा में एक कंपनी में चन्द्रमोहन दिन में गार्ड की नौकरी करता है। वह रात्रि में फैक्ट्री में रेकी करता है तथा अपने साथियों को सूचनाएं देता है। चन्द्रमोहन की सूचना पर उक्त लोग चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। चोरी करने के समय दानिश व समीर बाहर घूम-फिरकर रेकी करते हैं। जब रोड सुनसान हो जाती है, तो उक्त लोग चुराये गये माल को बाईकों पर रखकर दानिश द्वारा बताये स्थान पर पहुंचा देते हैं। आरोपियों ने बताया कि वह लगभग 5-6 माह से यह कार्य कर रहे हैं। उक्त कपड़ों को थोक मार्केट व साप्ताहिक बाजार में बेचकर लाखों रुपये कमाते हैं। एजीएएमवाईए इण्टरनेशनल ब्राण्ड है, जिसका विदेशों में आयात-निर्यात किया जाता है। गैंग का सरगना समीर द्विवेदी है, जो बंद पड़ी फैक्ट्रियो को टारगेट करके गार्डों की मदद से चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है।

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