जालसाज गिरोह का पर्दाफाश- दस करोड़ का गबन- पांच गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने आज यहां मीडियाकर्मियों को बताया कि नवाबगंज में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा मे चल रहे
गोण्डा। उत्तर प्रदेश मे गोण्डा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र में भारतीय स्टेट बैंक में फर्जी खातों का संचालन कर जीपीएफ के नाम पर करीब दस करोड़ का सरकारी गबन करने वाले अंतर्जनपदीय जालसाज गिरोह का पर्दाफाश कर पांच लोगों को आज गिरफ्तार कर एक करोड़ अठ्ठावन लाख पचहत्तर हजार की धनराशि , लैपटॉप, डेस्कटॉप, मोबाइल फोन व सरकारी कर्मचारियों की फर्जी आईडी बरामद की गई है।
पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने आज यहां मीडियाकर्मियों को बताया कि नवाबगंज में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा मे चल रहे कुछ खातों मे संदिग्ध तौर से आहरित हो रही बड़ी धनराशि की मिली सूचना पर खातों की गहन पड़ताल करायी गयी । उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि सरकारी कर्मियों की फर्जी आईडी इस्तेमाल कर उनके जीपीएफ के नाम पर पिछले कई वर्षों से करीब छ्ह करोड़ के सरकारी धन को फर्जी खातों मे स्थानांतरित कर निकाला जा चुका था। उन्होनें बताया कि इस सिलसिले मे गोरखपुर जिले में चकबन्दी विभाग में एकाउन्टेन्ट के पद पर कार्यरत अरुण वर्मा ,बस्ती के हरैया के लेखपाल राजेश पाठक, वजीरगंज मे ग्राहक सेवा केन्द्र के संचालक नानमून मौर्या, एसबीआई लाईफ एन्शोरेन्स के अभिकर्ता अरुण श्रीवास्तव और बैंकमित्र प्रदीप दुबे समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 26 लाख 75 हजार नगद बरामद कर 4 खातों में एक करोड़ 32 लाख रुपये फ्रीज कराये गये। उन्होनें बताया की करीब दस करोड़ की चल अचल संपत्ति सीज की गयी है।