लाखों रुपए भी नहीं डिगा पाए ईमान- पुलिस को सौंप दिया ईमानदारी का प्रमाण
बैग पुलिस को सौंप कर जब आस मोहम्मद ने अपनी ईमानदारी का प्रमाण दिया तो कलयुग में आस मोहम्मद की ईमानदारी को देख गदगद हुए
मोदीनगर। सड़क पर लावारिस पड़े मिले 24 लाख रुपए भी आस मोहम्मद का ईमान नहीं डिगा सके। बैग पुलिस को सौंप कर जब आस मोहम्मद ने अपनी ईमानदारी का प्रमाण दिया तो कलयुग में आस मोहम्मद की ईमानदारी को देख गदगद हुए पुलिस उपायुक्त ग्रामीण ने प्रशस्ति पत्र एवं बुके भेंट कर आस मोहम्मद का सम्मान किया और मुक्त कंठ से आस मोहम्मद की इमानदारी की प्रशंसा की।
दरअसल जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर के गुरुद्वारा रोड किदवई नगर के रहने वाला आस मोहम्मद पुत्र पीरु मोहम्मद मोदीनगर के तिबडा बंबा रोड से होते हुए अपने गंतव्य की और जा रहा था। इसी दौरान आस मोहम्मद को रास्ते में एक लावारिस बैग पड़ा हुआ दिखाई दिया। काफी देर तक सोच विचार करने के बाद जब आस मोहम्मद ने उस लावारिस बैकग को उठाकर देखा तो उसके अंदर भरी नोटों की गड्डियों को देखकर वह बुरी तरह से आश्चर्यचकित रह गया।
आस मोहम्मद ने तकरीबन 2400000 रुपए की इस भारी-भरकम धनराशि को घर ले जाकर मौज मस्ती में उड़ाने की बजाए सीधे थाने ले जाकर पुलिस को सौंप दिया। आस मोहम्मद की इमानदारी से गदगद हुए इंस्पेक्टर ने जब बैग में रखे मिले नोटों की गिनती कराई तो वह धनराशि 24 लाख रुपए निकली। आस मोहम्मद की इस बड़ी ईमानदारी को देखकर थाने के भीतर मौजूद पुलिस अफसर और कर्मचारी आश्चर्यचकित रह गए। सभी को दिखाई दिया कि जहां आज एक एक रुपए के ऊपर इंसान किसी का खून करने से गुरेज नहीं करता है ऐसे माहौल में आज भी आस मोहम्मद जैसे लोग हैं जो अपनी मेहनत की कमाई से जीवन यापन करने में विश्वास रखते हैं।
गाजियाबाद कमिश्नरेट के पुलिस उपायुक्त ग्रामीण आईपीएस रवि कुमार ने आस मोहम्मद को थाने बुलाकर उसकी ईमानदारी के लिए पीठ थपथपाई और उसे प्रशस्ति पत्र तथा बुके भेंट कर उसका सभी के सामने सम्मान किया। आईपीएस रवि कुमार ने आस मोहम्मद को दिए प्रशस्ति पत्र में उसकी ईमानदारी की हृदय से भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए आस मोहम्मद के उज्जवल भविष्य की कामना की। 24 लाख रुपए से भरा बैग पुलिस को सौंपते और पुलिस उपायुक्त ग्रामीण से प्रशस्ति पत्र एवं बुके प्राप्त करते समय आस मोहम्मद के चेहरे पर अत्यंत संतुष्टि और खुशी के भाव थे।