रिश्तेदार बनकर साइबर ठग ने ग्रामीण को फंसाया- पुलिस बनी सहारा
साइबर ठग ने ग्रामीण को अपने चंगुल में फंसाया और विभिन्न जानकारियां जुटाने के बाद उसके खाते की धनराशि धोखाधड़ी से निकाली
मुजफ्फरनगर। रिश्तेदार बनकर साइबर ठग ने ग्रामीण को अपने चंगुल में फंसाया और विभिन्न जानकारियां जुटाने के बाद उसके खाते से 26 हजार रुपए की धनराशि धोखाधड़ी करते हुए निकाल ली। पीड़ित की शिकायत पर सक्रिय हुई साइबर हेल्प डेस्क ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उड़ाई गई धनराशि में से 20 हजार रुपए पीड़ित के खाते में वापिस करा दिए हैं।
दरअसल जनपद मुजफ्फरनगर के थाना छपार क्षेत्र के रामपुर तिराहा निवासी गौरव रस्तोगी पुत्र सतीश कुमार रस्तोगी के पास एक फोन कॉल आई। फोन करने वाले व्यक्ति ने अपनी लच्छेदार बातों में फंसाकर खुद को गौरव रस्तोगी का रिश्तेदार बताया और बातें करते करते किसी तरह साइबर ठग ने कुछ जानकारी गौरव रस्तोगी से हासिल कर ली। फिर फोन पे के माध्यम से उसके खाते से 26000 रूपये धोखाधड़ी करते हुए निकाल लिए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देशन में थाना छपार पर स्थापित की गई साइबर हेल्प डेस्क टीम ने सक्रिय होते हुए पीड़ित की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही की और फोन पे के अलावा संबंधित बैंक को गौरव रस्तोगी के साथ हुए फ्रॉड से अवगत कराया। संबंधित बैंक और फोन पे की ओर से की गई कार्यवाही के अंतर्गत पीड़ित के खाते में 20000 रूपये की धनराशि वापस करा दी गई है। बाकी बची धनराशि को वापस कराने के लिए हेल्प डेस्क प्रयासों में लगी हुई है। पीड़ित ने 20000 रूपये की धनराशि वापस आने पर हेल्प डेस्क टीम और प्रभारी का आभार व्यक्त किया है।