जन्मदिन विशेष - अंतिम जीत तक कोशिश कर IPS बने और सपना किया पूरा
यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करने वाले अनिरुद्ध कुमार के जन्मदिन पर विशेष रपट ......
फतेहपुर। मूल रूप से जहानाबाद बिहार के रहने वाले अनिरुद्ध कुमार साल 2017 में यूपीएससी का एग्जाम क्लियर कर 2018 बैच के आईपीएस कैडर के अफसर बन गए थे। 5 अक्टूबर 1989 को जन्म लेने वाले अनिरुद्ध कुमार ने कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बीटेक किया हुआ है। 22 अगस्त 2022 से अनिरुद्ध कुमार एडिशनल एसपी फतेहपुर के रूप में तैनात हैं। कई बार की विफलता के बाद यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करने वाले अनिरुद्ध कुमार के जन्मदिन पर विशेष रपट ......
बिहार प्रदेश के जहानाबाद जनपद के मेटरा गांव के अनिरुद्ध कुमार ने साल 2017 में यूपीएससी की परीक्षा में 146 की रैंक लाए थे। अनिरुद्ध कुमार की प्रारंभिक शिक्षा गांव मटेरा में हुई। कक्षा तीन तक गांव में शिक्षा ग्रहण करने वाले अनिरुद्ध कुमार इसके बाद जहानाबाद जिला मुख्यालय पर आ गए। वहां उन्होंने तुलसी स्कूल में कक्षा 7 तक पढ़ाई की थी, क्योंकि अनिरुद्ध कुमार के पिता कानपुर में रेलवे विभाग में तैनात थे तो वह परिवार सहित अपने पिता के पास कानपुर चले आए और उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई कानपुर से करने के बाद कानपुर में ही कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग के बीटेक में दाखिला ले लिया।
बीटेक करने के बाद उनको इंफोसिस कंपनी में नौकरी के लिए न्योता मिला, मगर उनका मकसद यूपीएससी की तैयारी कर सिविल सर्विसेस में जाने का था। उसकी वजह भी थी , बताया जाता है कि जब यह कानपुर में रहने लगे थे तो इनके पिताजी ने कुछ पैसे जमा कर एक जमीन खरीद ली । जिसको कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया। अनिरुद्ध कुमार के पिता कई बार अफसरों तक गए लेकिन उनकी बात अनसुनी की जाती रही। एक दिन उनके पिता और अनिरुद्ध कुमार एसएसपी कानपुर के जनता दरबार में पहुंचे और उन्होंने एसएसपी से अपनी जमीन छुड़ाने के लिए निवेदन किया। तब कानपुर के कप्तान एक्शन मोड में आ गए और उन्होंने इनकी जमीन को दबंगों से छुड़ाने के लिए थाना इंचार्ज को आदेश दे दिया। एसएसपी के इस प्रयास के बाद अनिरुद्ध की जमीन खाली हो गई तो फिर से अनिरुद्ध कुमार के मन में यूपीएससी का क्लियर कर आईएएस या आईपीएस बनने की तमन्ना जाग उठी और यहीं से उन्होंने मेहनत शुरू कर दी।
साल 2012 में उन्होंने सबसे पहले तैयारी की, मेंस में क्लियर हुआ लेकिन इंटरव्यू तक नहीं जा पाए। 2013 में अनिल कुमार ने फिर से यूपीएससी का एग्जाम दिया यहां पर इंटरव्यू तक पहुंचे लेकिन फाइनल से बाहर हो गए। इसके बाद अनिल कुमार की हिम्मत टूट गई और उन्होंने 2014 और 2015 में यूपीएससी का एग्जाम नहीं दिया। यूपी यूपीएससी का एग्जाम देकर सेल टैक्स में इंस्पेक्टर में चयन होने के बाद उन्होंने नौकरी की शुरुआत कर दी थी। 2014 में उनका नंबर यूपी में ही डिप्टी एसपी के पद के लिए हुआ लेकिन उन्होंने वहां जाने के बजाए यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करने में ही खुद को तैयार करना शुरू कर दिया।
इनके जीवन में तब एक मोड़ आया जब इनकी मुलाकात यूपीएससी की तैयारी कर रही आरती सिंह से हुई। उसके बाद 2015 में दोनों ने शादी कर ली। पत्नी अंग्रेजी मीडियम तो अनिरुद्ध कुमार हिंदी मीडियम से यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करने में जुट गए। शादी के बाद जहां आरती सिंह ने अनिरुद्ध सिंह से यूपीएससी की तैयारी के बारे में बहुत कुछ सीखा तो वही अनिरुद्ध कुमार कक भी आरती सिंह से काफी मदद मिली। 2016 में दोनों ने एक साथ फिर से यूपीएससी का एग्जाम दिया तो इस बार उनकी पत्नी आरती सिंह यूपीएससी परीक्षा पास कर यूपी कैडर की आईपीएस अफसर बन गई जबकि अनिरुद्ध कुमार को डिफेंस में जाने का मौका मिला। इस बार भी अनिरुद्ध कुमार ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने अगले साल फिर से यूपीएससी का एग्जाम दिया। इस बार किस्मत उनके साथ खड़ी थी और उन्होंने 2017 में यूपीएससी का एग्जाम क्लियर कर लिया। जहां उन्हें 2018 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अफसर के रूम में तैनाती मिली। मथुरा और मुजफ्फरनगर के बाद वर्तमान में एडिशनल एसपी फतेहपुर के पद पर अनिरुद्ध कुमार काम कर रहे हैं।