फजीहत के बाद योगी ने कसे पेंच तो पुलिस ने वापस लिया तुगलकी फरमान
हड़बड़ाई पुलिस ने अपने फरमान को वापस लेते हुए कहा है कि केवल भंडारे के आयोजन की सूचना थाने को देना ही काफी है।
लखनऊ। हिंदू समुदाय के लिए अत्यंत प्रतिष्ठित एवं पूजनीय बड़े मंगल के मौके पर आयोजित होने वाले भंडारों को लेकर पुलिस की ओर से जारी किया गया तुगलकी फरमान अब यू टर्न लेते हुए वापस ले लिया गया है। सोशल मीडिया पर हुई चौतरफा फजीहत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कसे गए पेंचों से हड़बड़ाई पुलिस ने अपने फरमान को वापस लेते हुए कहा है कि केवल भंडारे के आयोजन की सूचना थाने को देना ही काफी है।
रविवार को लखनऊ कमिश्नरेट ने अपने उस तुगलकी फरमान को वापस ले लिया है जिसमें बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले बजरंगबली के भंडारों के आयोजन के लिए पुलिस से अनुमति लेने की बात कही गई थी। पुलिस की ओर से यह फरमान जारी होते ही सोशल मीडिया समेत अन्य संचार माध्यमों पर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस की चौतरफा फजीहत होने लगी थी।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक जब बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले भंडारे के आयोजन की पुलिस से अनुमति लेने की बात पहुंची तो उन्होंने इसे लेकर नाराजगी जताते हुए पुलिस अफसरों के पेंच कस दिए। बस फिर क्या था पुलिस अफसरों ने यू टर्न लेते हुए अपने ही फरमान को वापिस लेते हुए अब नया फरमान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले बजरंगबली के भंडारे के आयोजन की थाने पर सूचना दे देना ही काफी होगी। डीसीपी की ओर से अनुमति लेने की बाध्यता खत्म करने का आदेश जारी किया गया है।