मुनाफे का झांसा देकर 200 लोगों से ठगी का आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में आगे की जांच की जा रही है ताकि या पता चल सके कि कितने लोगों के साथ और इस प्रकार की धोखाधड़ी की गई।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अभियुक्त और उसकी महिला मित्र को गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर एक फर्जी कंपनी के विभिन्न स्कीमों में निवेश के जरिए मोटा मुनाफा का झांसा देकर करीब 200 लोगों के साथ लाखों रुपए की ठगी की है।
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त आरके सिंह ने मंगलवार को बताया कि आरोपी प्रवीण कुमार सिंह और उसकी एक महिला मित्र को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्त मोहम्मद अली और सहायक पुलिस आयुक्त रमेश कुमार नारंग की निगरानी में उप निरीक्षक चेतन मांडिया, प्रवीण बदसारा, हवलदार सुनील, कांस्टेबल ललित के एक दल ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपियों को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कौशांबी मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया।
प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि कई निवेशकों की शिकायत पर आर्थिक अपराध शाखा थाने में 21 जून 2018 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी । प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार चल रहे थे। दो फरवरी-2020 को आरोपियों को कड़कड़डूमा स्थित पूर्वी दिल्ली की मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था।
आरोप है कि परवीन ने फर्जी तरीके से 'जय मां लक्ष्मी कोऑपरेटिव थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी लिमिटेड' में लोगों से निवेश कराकर सात लाख से अधिक रुपए की ठगी की। पूर्वी दिल्ली के मंडावली में फजलपुर कॉलोनी में उसकी अर्पित क्लॉथ स्टोर नाम से एक दुकान है, जहां पर वह आने वाले ग्राहकों को अपनी कथित कंपनी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देता था और ठगी कर आता था।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि उसकी कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रुपए जमा कराने के लिए मान्यता प्राप्त नहीं है फिर भी वह लोगों से पैसा जमा करा था । वह फ्लैट बुकिंग, लकी ड्रॉ , लोन स्कीम और रुपए जमा करने पर भारी ब्याज की स्कीमों के तहत लोगों से रुपए जमा कराता था । रुपए जमा कराने के बाद जब कई लोगों को वादे के मुताबिक मुनाफा और रकम नहीं दी गई तो उसने पुलिस से शिकायत दर्ज की थी। इस आधार पर जांच की गई।
इस मामले में आगे की जांच की जा रही है ताकि या पता चल सके कि कितने लोगों के साथ और इस प्रकार की धोखाधड़ी की गई।
वार्ता