पुलिस ऑपरेशन 420- करोड़ों की ठगी करने वाले कॉल सेंटर का खुलासा
पुलिस की अपराध शाखा और नगर कोतवाली पुलिस ने ऑपरेशन 420 के तहत फर्जी फाइनेंस कम्पनी के नाम पर ठगी करने वाले काॅल सेंटर का खुलासा करते हुए
गाजियाबाद। पुलिस की अपराध शाखा और नगर कोतवाली पुलिस ने ऑपरेशन 420 के तहत फर्जी फाइनेंस कम्पनी के नाम पर ठगी करने वाले काॅल सेंटर का खुलासा करते हुए 4 शतिरों को गिरफ्तार कर नववर्ष का जश्न मनाया। आरोपियों के पास से ठगी में इस्तेमाल किये गये अनेक कागजात बरामद हुए हैं।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जिला मुख्यालय पर हुई प्रेसवार्ता में बताया कि विभाग द्वारा अपराधियों की धरपकड़ के लिये चलाये जा रहे फाइनेंस 420 के तहत एसपी सिटी के नेतृत्व में विभाग की अपराध शाखा और नगर कोतवाली पुलिस ने नववर्ष पर मुखबिर की सूचना पर बताये गये स्थान पर छापेमारी करते हुए फर्जी फाइनेंस कम्पनी के नाम पर ठगी करने वाले काॅल सेंटर का खुलासा कर 4 शातिर अपराधियों हरियाणा के जिला जिंद के थाना सफीदों क्षेत्र के गांव सिंघाना निवासी अजय सिंह उर्फ जौनी पुत्र समय सिंह, जिला भिवाड़ी के गांव उमरावत निवासी विकास पुत्र नंदकिशोर व हरीश पुत्र सुनील कुमार तथा गाजियाबाद के संजय नगर सेक्टर 23 के गांव मैनापुर निवासी भीम त्यागी पुत्र ब्रहम सिंह को गिरफ्तार किया। शातिरों के कब्जे से पुलिस ने 8 मोबाइल फोन, 21 डेटा शीट, आधार कार्ड की 12 फोटो काॅपी, लगभग 500 लोगों के आधारकार्ड, पेनकार्ड, वोटरकार्ड, पासबुक और राशनकार्ड आदि, लोन स्वीकृति के 17 लैटर, चैकों की दो छायाप्रति तथा 2 भुगतान रसीदें बरामद हुई।
शातिरों के ठगी करने के तरीके का खुलासा करते हुए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि चारों शातिर भारत फाइनेंशियल इनक्लूंजन लिमिटेड कम्पनी के नाम से लोन दिलाने के नाम पर भोले-भाले व जरूरतमंद लोगों को फर्जी नंबरों से काॅल करके लोन पास कराने के नाम पर अपने फर्जी खातों में रूपये डलवा लिया करते थे। रूपये खाते में आने के तुरंत बाद शातिर एटीएम से निकालकर सिम व मोबाइल तोड़कर फेंक दिया करते थे। शातिर अब तक सैंकड़ों लोगों को काॅल करके करोड़ों की ठगी कर चुके हैं। पकड़े गये शातिरों के साथियों व खातों की जानकारी अभी की जा रही है।
शातिरों को गिरफ्तार करने वाले दल में अपराध शाखा के उपनिरीक्षक सुमीत कुमार, नगर कोतवाली के उपनिरीक्षक सचिन तोमर, कांस्टेबल अनुज कुमार, अपराध शाखा के कांस्टेबल अमर कुमार, अमित कुमार, दीपक कुमार और अनिल कुमार शामिल रहे। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने ठगी करने वाली पुलिस टीम को पीठ थपथपाई।