मुठभेड़ में 25 हजारी बदमाशों ने चखा पीतल- हत्याएं करके चल रहे थे फरार
SOG की संयुक्त टीम ने दोहरी सफलता हासिल करते हुए 25-25 हजार के दो इनामी बदमाशों समेत चार को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है
हापुड़। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर की अगुवाई में थाना कपूरपुर एवं एसओजी की संयुक्त टीम ने दोहरी सफलता हासिल करते हुए 25-25 हजार के दो इनामी बदमाशों समेत चार को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। पुलिस की गोली लगने से लंगड़े हुए दोनों बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पारिवारिक विवाद के चलते 2 लोगों की हत्या करने के बाद से दोनों बदमाश फरार चल रहे थे।
शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर हुई प्रेसवार्ता में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया है कि जनपद में कानून व्यवस्था एवं शांति बनाए रखने के उद्देश्य से थाना कपूरपुर एवं जनपदीय एसओजी की संयुक्त टीम जब चेकिंग अभियान चला रही थी तो अलग-अलग बाइकों पर सवार होकर आ रहे 4 लोगों को रुकने का इशारा किया गया। लेकिन उक्त लोग बाइक रोकने के बजाय पुलिस के ऊपर गोलियां चलाते हुए मौके से भाग खड़े हुए। पुलिस और एसओजी की टीम ने खुद का बचाव करते हुए जवाबी कार्रवाई में जब बदमाशों की घेराबंदी की तो उसकी बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गई।
इस मुठभेड़ में गौरव उर्फ अवी पुत्र भाग मल निवासी ग्राम अबूपुर थाना निवाड़ी जनपद गाजियाबाद तथा मोनू पुत्र भागमल निवासी ग्राम अबूपुर थाना निवाड़ी जनपद गाजियाबाद गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस की घेराबंदी को देखकर सोनू उर्फ जूली पुत्र भागमल निवासी ग्राम अबूपुर थाना निवाड़ी जनपद गाजियाबाद एवं मिथिलेश पत्नी भागमल निवासी ग्राम अबूपुर थाना निवाड़ी जनपद गाजियाबाद का धैर्य जवाब दे गया। जिसके चलते उन्होंने मौके से भागने की कोशिश नहीं की। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया। घायल हुए दोनों बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि जब घायल बदमाशों से पूछताछ की गई तो गौरव एवं मोनू ने बताया कि उनके भाई सोनू की शादी गांव छज्जूपुर निवासी सचिन की बहन के साथ हुई थी। उसके भाई और भाभी की आपस में नहीं बनती थी। जिसके चलते सचिन ने हमारे घर आकर कई बार हमारे साथ कहासुनी करते हुए मारपीट भी की थी। इसी से तंग आकर हमने 16 जुलाई को योजनाबद्ध तरीके से गोली मारकर सचिन की हत्या कर दी थी। हमारा चाचा ओमबीर जो हमारी भाभी के पक्ष में रहते हुए उसका साथ देता था, उसे भी योजनाबद्ध तरीके से हमने पिछले महीने की 30 जुलाई को गोली मारकर ठिकाने लगा दिया था।
दोनों ने बताया कि आज हम अपनी मां की बेज्जती एवं मारपीट का बदला लेने के इरादे से गांव छज्जूपुर में मृतक सचिन कुमार के भाई राम कुमार की हत्या करने के लिए आए थे। इसके बाद हमारी योजना मोनू के साले को नोएडा जाकर ठिकाने लगाने की योजना थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को उनके पास से घटना में प्रयुक्त दो बाइक, एक पिस्टल, दो मैगजीन, 7 जिंदा एवं दो खोखा कारतूस, दो तमंच,े 3 खोखा एवं तीन जिंदा कारतूस तथा तीन मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक ने दो बदमाशों को घायल कर चार लोगों को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल थाना कपूरपुर थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, उप निरीक्षक राकेश कुमार, उपनिरीक्षक अतुल कश्यप, एसओजी टीम के उपनिरीक्षक अजीत कुमार, थाना कपूरपुर के कांस्टेबल शिशुपाल सिंह, एसओजी टीम के हेड कांस्टेबल सोनू कुमार, हेड कांस्टेबल अनुज राठी, हेड कांस्टेबल मोहित शर्मा, कांस्टेबल अंकित चौधरी, कांस्टेबल कुलदीप, कांस्टेबल कुलवंत सिंह की पीठ थपथपाई है।