यूपी में बंदियों ने की परीक्षा पास, डीजी जेल आनंद कुमार ने दी बधाई
इंटर बोर्ड की परीक्षा में जहां पुरुष बंदियों का पास प्रतिशत 83.56 %रहा वहीँ महिला बंदियों का पास प्रतिशत 100% रहा ।
लखनऊ । माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित वर्ष 2020 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा का परिणाम घोषित किया जा चुका है । वर्तमान में प्रदेश की जेलों में बंद बंदियों को भी शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है तथा उन्हें शिक्षा की पूरी सुविधा प्रदान की गई है । बंदियों को निरंतर शिक्षा प्राप्त करके अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में प्रेरित किया जाता है । जेलों में शैक्षिक वातावरण को प्रोत्साहित किये जाने का ही परिणाम है कि बोर्ड द्वारा घोषित परिणाम में बंदियों ने बहुत अच्छा परिणाम दिया है ।
उ प्र की जेलों में निरुद्ध बंदियों ने भी बोर्ड की परीक्षाओं में अभ्यर्थन किया था। हाईस्कूल बोर्ड में 17 जेलों के 114 बंदियों ने फार्म भरा थे ,जिसमें से 93 बंदियों ने ने परीक्षा दी और कुल 86 बंदी पास हुए। बोर्ड की परीक्षा में कुल 92.4% बंदी सफल रहे। हाईस्कूल परीक्षा में बैठे सभी 93 बंदी पुरुष थे। इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा में 95 बंदियों ने फॉर्म भरा था, जिसमे से 75 बंदियों ने परीक्षा दी तथा 63 बंदी पास हुए। इंटर में 84% बंदी सफल रहे । गौरतलब है कि इंटर में 75 बंदियों में से दो महिला बंदी भी थीं, जिनमें से एक देवरिया जेल की तथा दूसरी सहारनपुर जेल की थी । यह दोनों बंदी महिलाएं पास हो गईं है । इंटर बोर्ड की परीक्षा में जहां पुरुष बंदियों का पास प्रतिशत 83.56 %रहा वहीँ महिला बंदियों का पास प्रतिशत 100% रहा ।
इंटर की परीक्षा में जिला जेल गाज़ियाबाद के विचाराधीन बंदी अरुण पुत्र ओमवीर ने 354 /500 यानी 70.8 प्रतिशत अंक पाकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जबकि हाईस्कूल में केंद्रीय कारागार वाराणसी के सिद्धदोष बंदी शिवप्रताप सिंह पुत्र रामकवल ने 459/600 यानी 76.5 प्रतिशत अंक पाकर बंदियों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया ।
डीजी जेल आनंद कुमार ने परीक्षाओं में सफल सभी बंदियों को शुभनामनाएँ देते हुए बंदी , शिक्षा कार्य में लगे जेल अधिकारियों, कर्मचारियों को शिक्षा जैसा पवित्र दान बंदियों को देने के लिए हार्दिक बधाई दी है तथा यह कहा है कि " पथ से भटके हुए बंदियों के पुनर्वास तथा उन्हें समाज की उपयोगी इकाई बनाने के लिए बंदी, शिक्षा से उत्तम विचार दूसरा कुछ नहीं है ." । उन्होंने उम्मीद की है कि आने वाले वर्षों में जेलों में शिक्षा की और भारी संख्या में बंदियों को प्रेरित करने में इस उत्साहवर्धक परीक्षा परिणाम की भूमिका प्रमुख होगी ।
बिजनौर जेल के बंदियों का रिजल्ट रहा 100 प्रतिशत
बिजनौर जिला कारागार अधीक्षक शैलेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिए की परीक्षा में इस बार जिला जेल में आठ छात्रों ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों ने यूपी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मांगी थी। बिजनौर के जेल अधिकारियों ने सभी बंदियों को यूपी बोर्ड की परीक्षा में बैठने की अनुमति के साथ ही उन्हें पढ़ाई लिखाई की सुविधा दी। जिसमें पांच बंदियों ने हाईस्कूल और तीन बंदियों ने इण्टर की परीक्षा दी थी। आज आये यूपी बोर्ड के रिजल्ट में सभी बंदी पास हो होने पर कार्यवाहक जेल अधीक्षक बिजनौर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने पास हुए तथा कारागार के बंदियों के परीक्षाफल शत-प्रतिशत रहने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सफल बंदियों को शुभकामनाएं प्रदान की गई तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की तथा उन्हें इनाम भी दिए गए।