साहित्य अकादमी पुरस्कार सम्मानित होमेन बोर्गोहैन का निधन
सम्मानित होमेन बोर्गोहैन का बुधवार को गुवाहाटी के एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया
गुवाहाटी। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित होमेन बोर्गोहैन का बुधवार को गुवाहाटी के एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।
प्रख्यात असमिया लेखक, दिग्गज पत्रकार और असमिया दैनिक के पूर्व प्रधान संपादक होमेन बोर्गोहैन कोरोना वायरस से संक्रमित थे। आज सुबह आवास पर ही अचानक गिर जाने के बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
होमेन बोर्गोहैन को 24 अप्रैल को कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।
वह नियोमिया बार्टा के पूर्व प्रधान संपादक थे। उनके उपन्यास पिता-पुत्र के लिए उन्हें असमिया भाषा के लिए 1978 साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने होमेन बोर्गोहैन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्हेांने कहा, "श्री होमेन बोर्गोहैन को असमिया साहित्य और पत्रकारिता में उनके समृद्ध योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।"
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, " उनके कार्यों में असमिया जीवन और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं की झलक देखने को मिलती है। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।"
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, "असम के लोगों ने आज अपना एक अभिभावक खो दिया है, एक प्रतिभाशाली पत्रकार, जिसने असम के साहित्यिक जगत को अपनी अनूठी रचनाओं से समृद्ध किया, वह बौद्धिक रूप से सबसे प्रतिभाशाली ज्योतिषियों में से एक है। उनके निधन से हमारे बीच एक बहुत बड़ा शून्य पैदा हो गया है।"
वार्ता