कोरोना महामारी में मदद के लिये ओरिफ्लेम और एमवे भी आगे आईं
क्षेत्र की कम्पनियां ओरिफ्लेम और एमवे इंडिया ने भी अपने (सीएसआर) का निर्वाह करते हुये बढ़ चढ़ कर योगदान दिया है
कांगड़ा। कोरोना महामारी के दूसरे भयावह दौर से निपटने में मशक्कत कर रहे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला प्रशासन की मदद के लिये डायरेक्ट सैलिंग क्षेत्र की कम्पनियां ओरिफ्लेम और एमवे इंडिया ने भी अपने कार्पोरेट सामाजिक दायित्वों (सीएसआर) का निर्वाह करते हुये बढ़ चढ़ कर योगदान दिया है।
दोनों कम्पनियों ने जिला प्रशासन को अब तक ऑक्सीज़न कंसंट्रेटर, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, फ्लोमीटर और मास्क आदि सामग्री प्रदान कर मानवजाति पर आये इस महाप्रकोप से निपटने में सरकार और प्रशासन की मदद के लिये आगे आये सामाजिक, धार्मिक, गैर सरकारी और स्वयंसेवी संगठनों, कार्पोरेट, ट्रस्टों और व्यक्तियों के सामूहिक प्रयासों में अपनी भी अहम एवं रचनात्मक हिस्सेदारी सुनिश्चित की है।
इस बारे में स्वीडन की कम्पनी ओरिफ्लेम इंडिया के कार्पोरेट मामलों के एशिया प्रमुख एवं निदेशक विवेक कटोच ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के बड़ी संख्या में आ रहे मामलों को देखते हुये जिला प्रशासन को आवश्यक सामग्री एवं उपकरणों की पेशकश की गई जिसे उसने सहर्ष स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि कम्पनी की ओर से प्रशासन को 100 ऑक्सीज़न कंसंट्रेटर, 1000 ऑक्सीमीटर, पांच हजार थर्मामीटर और 200 फ्लोमीटर प्रदान किये गये हैं।
निदेशक विवेक कटोच के अनुसार कम्पनी सीएसआर गजिविधियों के तहत देश को चार ऑक्सीज़न संयंत्र भी भेंट कर रही है जो विभिन्न अस्पतालों में स्थापित किये जाएंगे। इनमें से एक संयंत्र कांगड़ा जिले में स्थापित किया जाएगा। ऐसे प्रति संयंत्र की प्रत्येक अस्पताल में कम से कम 100 बैड को ऑक्सीज़न आपूर्ति की क्षमता होगी। प्रत्येक ऑक्सीज़न संयंत्र की मशीनरी एवं अन्य उपकरणों की लागत लगभग 32 लाख रूपये है। उन्होंने कहा कि कम्पनी आगे भी प्रशासन की मदद के लिये तत्पर रहेगी।
उल्लेखनीय है कि श्री कटोच मूलत: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की जयसिंहपुर तहसील अंतर्गत धनेरी गांव के निवासी हैं। उन्होंने अपने गांव में सोलर लाईटें लगा कर इसे रातों के घुप्प अंधेरे से भी मुक्ति दी है। शाम ढलते ही गांव दूधिया रोशनी से जगमग हो जाता है।
उधर, इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन(आईडीएसए) के वाईस चेयरमैन रजत बनर्जी ने बताया कि कोरोना संकटकाल में बेरोजगार हुये लोगों को जहां डायरेक्ट सैलिंग प्लेटफार्म के माध्यम से आय अर्जन के वैकल्पिक मौके प्रदान किये हैं वहीं आईडीएसए की सदस्य डायरैक्ट सैलिंग कम्पनियां केंद्र और विभिन्न राज्यों को आवश्यक सामान और उपकरण की आपूर्ति समेत हरसम्भव मदद कर रही हैं। इसी कड़ी में एमवे इंडिया ने सीएसआर के तहत कांगड़ा जिला प्रशासन को 100 ऑक्सीमीटर और 500 मॉस्क प्रदान किये हैं। श्री बनर्जी एमवे इंडिया के कार्पोरेट मामलों के वाईस प्रेजीडेंस पद पर भी हैं।
वार्ता