जमीन बेचकर खरीदी दुल्हन-अब तीन में रहा ना तेरह में
युवक ने दुल्हन मिलने की खुशी में अपनी जमीन गिरवी रखकर मिली रकम होने वाली दुल्हन के परिवार के लोगों के हाथों में थमा दी
नई दिल्ली। अविवाहित युवक ने दुल्हन मिलने की खुशी में अपनी जमीन गिरवी रखकर मिली रकम होने वाली दुल्हन के परिवार के लोगों के हाथों में थमा दी। बनारस के एक होटल में ठहरी लड़की को देखते ही युवक के मन के भीतर लड्डू फूटने लगे। फटाफट कानूनी दस्तावेज तैयार करवाते हुए सगाई की रस्म अदा की गई। लेकिन जब निर्धारित तिथि पर लड़का अपने पांच रिश्तेदारों के साथ लड़की के घर शादी करने पहुंचा तो दुल्हन वहां से उड़न छू हुई मिली।
दरअसल में राजस्थान के जयपुर में भट्टा बस्ती स्थित लंकापुरी में रहने वाला 40 वर्षीय हरिराम मकान निर्माण का काम करता है। इसी वर्ष के अप्रैल माह में नरेना में रहने वाले उसके रिश्तेदार मुकेश कुमार की मार्फत हरिराम का संपर्क फुलेरा की रहने वाली आरोपी सुशीला शर्मा से हुआ। सुशीला शर्मा ने उत्तर प्रदेश की एक लड़की के साथ उसे शादी करवाने का आश्वासन दिया और 5 हजार रुपए की फर्जी रसीद काट दी जो किसी संस्था के नाम से बनी हुई थी। इसके बाद सुशीला शर्मा ने दुल्हन की चाह में लगे हरीराम से शादी करवाने की एवज में एक लाख 70 हजार रुपये की डिमांड रखी और शादी का तमाम खर्चा उठाने का जिम्मा हरिराम के ऊपर छोड दिया। इसके बाद हुई बातचीत के तहत 10 हजार रुपए की रकम कम करते हुए एक लाख 60 हजार रुपए में बात पक्की हो गई। निर्धारित की गई 9 अप्रैल की तिथि को हरिराम का रिश्तेदार मुकेश कुमार आरोपी सुशीला शर्मा व उसके भाई पवन शर्मा को साथ लेकर भट्टा बस्ती में हरिराम के घर पहुंचा। बातचीत के बाद मुकेश के कहने पर हरिराम ने 80 हजार रुपए की धनराशि पवन कुमार शर्मा व सुशीला शर्मा को एडवांस के तौर पर दे दी। सौंपी गई यह रकम उन्होंने अपने ड्राइवर महेंद्र के सुपुर्द कर दी। इसके बाद सुशीला शर्मा व पवन कुमार शर्मा ने उत्तर प्रदेश में मौजूद अपने दलाल अमित से बातचीत की और उसी दिन उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो गए। हरिराम के साथ उसका भाई श्योजीराम सहित पांच अन्य रिश्तेदार भी थे। किराए की गाड़ी में सभी लोग बनारस पहुंचे और वहां के एक होटल में ठहरे। सुशीला व पवन ने अमित के मार्फत होटल के भीतर दो कमरे बुक करा रखे थे। एक कमरे में सुशीला शर्मा और पवन कुमार शर्मा ठहरे तो दूसरे कमरे में हरिराम और उसके रिश्तेदार रुक गए। इसके बाद 10 अप्रैल को दोपहर 2.00 बजे के बाद लकी नाम की लड़की के घर पहुंचे। 22 वर्षीय लड़की से सगाई की रस्म के तौर पर एक मिठाई का डिब्बा और 251 रूपयं लड़की को दिलवाए गए। शादी करने का एग्रीमेंट एक स्टांप पेपर पर लिखा गया। हरिराम और रिश्तेदारों की आईडी भी सुशीला शर्मा ने लेकर अपने पास रख ली। 11 अप्रैल को बकाया पेमेंट भी कर दिया गया। इसके बाद पीड़ित हरिराम जब अपने पांच रिश्तेदारों के साथ शादी के लिए दुल्हन के घर पहुंचा तो वहां पर मकान का दरवाजा बंद मिला। सुशीला शर्मा ने दलाल अमित को फोन किया तो उसका फोन बंद आ रहा था। इसी बीच पता चला कि दुल्हन घर से भाग गई है। उसी समय से ठगों के चंगुल में फंसकर इधर से उधर धक्के खा रहे हरिराम को जब दुल्हन मिलने की जरा सी भी आस नही रही तो पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देते हुए शादी के नाम पर ठगी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है।