इस बात का समर्थन नहीं करने पर रूस ने भारत को कहा धन्यवाद
लिंडा थामस ग्रीन फील्ड ने मतदान के बाद कहा है कि मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि रूस इस प्रस्ताव को वीटो कर सकता है
नई दिल्ली। यूक्रेन के खिलाफ जंग को लेकर संयुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की ओर से रूस के खिलाफ लाए गए निंदा प्रस्ताव का समर्थन नहीं करने पर रूस की ओर से भारत, चीन एवं संयुक्त अरब अमीरात का धन्यवाद अदा किया गया है।
शनिवार को यूनाइटेड नेशन में रूसी राजदूत वसीली नेबेंजिया की ओर से कहा गया है कि हम उन लोगों को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ रखे गए निंदा प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया है। यूक्रेन मामले को लेकर रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के भीतर भारत, चीन एवं संयुक्त अरब अमीरात ने मतदान करने से परहेज किया है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से रखे गए इस प्रस्ताव का 11 देशों ने समर्थन किया था वही एक सदस्य ने विरोध में अपना वोट डाला है। लेकिन रूस ने आगे आते हुए इस प्रस्ताव पर वीटो कर दिया था। जिसके चलते परिषद के स्थाई सदस्य के रूप में रूस को प्राप्त वीटो शक्ति के कारण यह निंदा प्रस्ताव पास नहीं हो सका है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थामस ग्रीन फील्ड ने मतदान के बाद कहा है कि मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि रूस इस प्रस्ताव को वीटो कर सकता है, लेकिन हमारी आवाज को वह वीटो नहीं कर सकता है। सच्चाई को वीटों नही कर सकता है। हमारे सिद्धांतों को वीटो नहीं कर सकता है। यूक्रेनी लोगों को भी वीटो नहीं कर सकता है।