कोरोना वायरस प्राकृतिक है या लैब में बनाया गया- होगी जांच?
कोरोना महामारी क्या प्राकृतिक है या फिर से लैब में बनाया गया है। इस पर अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है। पूरी दुनिया कोरोना वायरस से उबर नहीं पा रही है लगभग डेढ़ वर्ष हो चुका है और कोरोना वायरस पर किसी भी देश का पूर्ण नियंत्रण नहीं है। कुछ देश अपने आप को कोरोनावायरस से मुक्त होने की घोषणा कर देते हैं। मगर बाद में देखने में आता है कि वहाँ फिर भी कोरोना वायरस के केस नजर आते हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि कोरोना वायरस आखिर आया कहां से? क्या यह वायरस प्राकृतिक है या फिर लैब में बनाया गया है? पूरी दुनिया में इस तरह के सवाल उठ रहे हैं और जवाब नहीं मिल पा रहा है। अमेरिकी एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फाउची ने एक बड़ा बयान दिया है डॉ एंथनी का कहना है कि कोरोना एक प्राकृतिक बीमारी है। यह स्वीकार करना आसान नहीं है। आपको बता दें कि कोरोना पर बोलकर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरने वाले एक्सपर्टे डॉक्टर एंथनी फाउची।
कोरोना महामारी क्या प्राकृतिक है या फिर से लैब में बनाया गया है। इस पर अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है कि यह स्वीकार करना बड़ा कठिन है कि कोरोना प्राकृतिक बीमारी है। दरअसल हाल ही में एक इंटरव्यू में डॉक्टर एंथनी ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि मैं इस बात पर विश्वास नहीं करूंगा। मुझे लगता है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि चीन में ऐसा क्या हुआ जिससे कोरोनावायरस आया। अमेरिकी एक्सपर्ट के मुताबिक अब तक जिन लोगों ने भी जांच की है उनके मुताबिक यह किसी जानवर से आया है और फिर इंसानों में फैला है। लेकिन कुछ और भी हो सकता है। जिसका अभी तक पता लगाना जरूरी है। जिसका अभी तक पता भी नहीं लग पाया है। अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है कि हमें इस पर आगे बढ़कर जांच करनी होगी ताकि हम वायरस के ओरिजन का पता लगा सके। सही जांच के बाद ही इसी बीमारी का संपूर्ण इलाज मिलने की भी संभावना है।
कोरोना वायरस को लेकर दुनियाभर के एक्सपर्ट के अलग-अलग मत है। कोई इसे चमगादड़ के द्वारा उत्पन्न होना बताता है। कोई इसे बायोलॉजिकल हथियार के तौर पर भी मानने को तैयार है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोविड-19 पर जांच बैठाई गई है लेकिन चीन ने उसमें ना के बराबर ही सहयोग किया है। इसीलिए दुनिया के एक्सपर्ट और वैज्ञानिकों के मुताबिक चीन कि चीन की इस हरकत से चीन की तरफ सीधा-सीधा इशारा करता है कि जरूर इसके अंदर कोई साजिश हो सकती हैं!