यूएस के प्रतिबंधों पर भारत के बहाने मिली छूट का फायदा चाहता है ईरान?

दरअसल, तेहरान यह झटका देकर अमेरिका के लगाए प्रतिबंधों पर भारत को मिलने वाली छूट का फायदा उठाना चाह रहा था।

Update: 2020-07-25 13:55 GMT

तेहरान। भारत से लद्दाख में सीमा विवाद और अमेरिका से कोरोना वायरस से लेकर दक्षिण चीन सागर तक कई मुद्दों पर तनावपूर्ण स्थिति पैदा करने वाले चीन के साथ ईरान की नजदीकियां बढ़ती जा रही हैं। दूसरी ओर भारत की अमेरिका से करीबी उसे रास नहीं आ रही है। इस बीच भले ही उसने चाबहार-जहेदान रेलवे प्रॉजेक्ट से भारत को हटाने की खबरों का खंडन किया हो लेकिन माना जा रहा कि इसके पीछे भी एक रणनीति रही है। दरअसल, तेहरान यह झटका देकर अमेरिका के लगाए प्रतिबंधों पर भारत को मिलने वाली छूट का फायदा उठाना चाह रहा था। ईरान चीन के साथ 400 अरब डॉलर की डील कर रहा है जबकि वह इस बात से नाराज है कि भारत ने अमेरिका के प्रतिबंधों का पालन करते हुए ईरान से ऊर्जा आयात रोक दिया। उसका यह भी कहना है कि चाबहार में भारत दिलचस्पी नहीं ले रहा। हालांकि, ईरान ने इन खबरों को अफवाह बताया है और चीन से अपनी नजदीकी के बावजूद वह साफतौर पर भारत से तल्खी नहीं जाहिर कर रहा। इस बात की संभावना पहले ही जताई जा रही थी कि तेहरान और नई दिल्ली के बीच 2026 में 10 साल का चाबहार समझौता पूरा होने के बाद चीन इसे अपने बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव के तहत ले लेगा।

(हिफी) 

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