डीएम की पहल , तबादलों में किया लाटरी सिस्टम, सिफारिशें दरकिनार

जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय जनपद को भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन देने के लिए नित नये सार्थक प्रयोग कर रहे है। उसी कडी में आज हर बार चर्चाओं में रहने वाले ग्राम विकास अधिकारियेां के स्थानातन्तरण में सिफारिशें व अन्य बातों केा दरकिनार करते हुए सभी बातों पर विराम लगाते हुए जनपद में एक नई सार्थक व्यवस्था को जन्म दिया है। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने आज अपने कैम्प कार्यालय पर ग्राम विकास अधिकारियेां के स्थानान्तरण लाॅटरी के माध्यम से कराये।;

Update: 2019-06-25 16:18 GMT

जनपद के इतिहास में पहली बार जिलाधिकारी ने लाॅटरी सिस्टम से किये ग्राम विकास अधिकारियों के स्थानान्तरण

जिलाधिकारी ने सभी अटकलों,सिफरिशों पर लगाया विराम, की नई व्यवस्था की लागू

जिलाधिकारी स्तर से भविष्य में होने वाले स्थानान्तरणों में भी जारी रहेगा लाॅटरी सिस्टम

मुजफ्फरनगर।  जिलाधिकारी अजय शंकर  पाण्डेय जनपद को भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन देने के लिए नित नये सार्थक प्रयोग कर रहे है। उसी कडी में आज हर बार चर्चाओं में रहने वाले ग्राम विकास अधिकारियेां के स्थानातन्तरण में सिफारिशें व अन्य बातों केा दरकिनार करते हुए सभी बातों पर विराम लगाते हुए जनपद में एक नई सार्थक व्यवस्था को  जन्म दिया है। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने आज अपने कैम्प कार्यालय पर ग्राम विकास अधिकारियेां के स्थानान्तरण लाॅटरी के माध्यम से कराये। उन्होने 12 ग्राम विकास अधिकारियों व जिला विकास अधिकारी को अपने कार्यालय बुलाकर ब्लाॅकवार पर्ची बनाकर ग्राम विकास अधिकारियों से उठाने को कहा तो सभी ग्राम विकास अधिकारी हतप्रभ रह गये कि यह क्या होने जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी यहां रखी एक एक पर्ची को उठा ले, जिस पर्ची में जिस ब्लाॅक का नाम होगा ग्राम विकास अधिकारी की तैनाती/स्थानान्तरण उसी ब्लाॅक में होगा। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय की इस पारदर्शी व्यवस्था की सभी ने  प्रशंसा की। ग्राम विकास अधिकारियेां से बात करने पर उन्होने बताया कि यह व्यवस्था बहुत अच्छी है। हम अपने स्थानातन्तरण को लेकर दुविधा मे थे कि कैसे होगो कहां होगा लेकिन जिलाधिकारी ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए लाॅटरी सिस्टम से स्थानातरण कर दिया। उन्होने कहा कि आगे भी इसी प्रकार स्थानातरण किये जायेगे।

जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि जिला विकास अधिकारी बार बार कार्यालय आकर ग्राम विकास अधिकारियों के स्थानान्तरण की बात कर रहे थे ओर सिफारिशों का दबाव भी महसूस कर रहे थे। इन सब दबावों को किनारे रखते हुए जिलाधिकारी ने एक पारदर्शी व्यवस्था की शुरूआत कर दी। जिलाधिकारी द्वारा सभी 12 लोगो को बुलाकर अपने सामने उनसे पर्चिया उठवाइ्र गई पर्ची मे जिसका जो ब्लाॅक निकला उसे नोट कर लिया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि पंकज कुमार को शाहपुर ब्लाॅक, शिव कुमार को शाहपुर ब्लाॅक, जुगमेन्द्र सिंह को मोरना ब्लाॅक, मितेन्द्र कुमार को जानसठ ब्लाॅक, बिजेन्द्र कुमार को बघरा ब्लाॅक, अवधेश कुमार को खतौली ब्लाॅक, कुलवंत सिंह को चरथावल ब्लाॅक, धर्मदत्त को मोरना ब्लाॅक, सुरेन्द्र सिंह को चरथावल ब्लाॅक, विजय कुमार को मोरना ब्लाॅक, अरूण कुमार को सदर ब्लाॅक तथा ओमवीर सिह को बघरा ब्लाॅक मिला है। उन्होने बताया कि जिला विकास अधिकारी द्वारा सभी को प्रथक प्रथम रूप से उनके स्थानान्तरण आदेश जारी कर दिये गये है। जिलाधिकारी ने कहा कि भविष्य में जो भी स्थानातरण जिलाधिकारी स्तर से किये जायेगे उनसे भी  यही व्यवस्था अपनाई जायेगी। उन्होने कहा कि इस व्यवस्था से पारदर्शिता बनी रहती है।

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