यमुना खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर - कई गांव बने टापू
प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को बनाए गए आश्रय ग्रहों में रुकने की अपील की है
उरई। उत्तर प्रदेश के जनपद जालौन के तहसील कालपी में प्रवाहित होने वाली यमुना नदी का जल स्तर पिछले चौबीस घंटे में खतरे के निशान से 3 मीटर से अधिक ऊपर हो गया जिससे क्षेत्र के कई गांव टापू बन गए हैं वहीं प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को बनाए गए आश्रय ग्रहों में रुकने की अपील की है।
जल आयोग केंद्रीय कार्यालय शाखा कालपी के प्रभारी रूपेश कुमार ने गुरूवार को बताया कि लगातार जल स्तर बढ़ने के कारण आज यमुना नदी का जलस्तर कालपी में 111 दशमलव दशमलव 5 सेंटीमीटर तक पहुंच गया जबकि खतरे का निशान 108 मीटर पर है। बुधवार शाम छह बजे नदी खतरे के निशान से मात्र 10 सेंटीमीटर ऊपर प्रवाहित हो रही थी किंतु घंटे में जल स्तर खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर हो गया।
स्थानीय प्रशासन लगातार बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए है साथ ही एनडीआरएफ के एक प्लाटून के जवान भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रहे हैं और बाढ़ क्षेत्र में क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर रहे हैं।
वार्ता