नोटा के समर्थन में हेलमेट लगाकर रामपुर में मज़लूमों का पैदल मार्च
नोटा पर वोट डालने वालों पर अब्दुल्ला की एसिड फेंकने की धमकी के बाद नोटा समर्थकों ने हेलमेट लगाकर किया पैदल मार्च
रामपुर । फैसल लाला के नेतृत्व में सैकडों मज़लूमों ने नोटा पर वोट डालने के समर्थन में हेलमेट लगाकर नोटा की तख्तियां हाथ मे लेकर पैदल मार्च किया और जमके नारे बाज़ी की। मार्च बरेली गेट से शुरू होकर शाहबाद गेट पर समाप्त हुआ।
इस मौके पर फैसल लाला ने कहा कि प्रशासन समाजवादी पार्टी से मिला हुआ है इनकी आपस मे नूरा कुश्ती चल रही है, हमने पैदल मार्च के लिए बरेली गेट, शाहबाद गेट से बाजार नसरुल्ला खा, बंगला आज़ाद, थाना गंज तक की परमिशन मांगी थी लेकिन प्रशासन ने आखिरी वक्त में समाजवादी पार्टी की साइकिल रैली का हवाला देकर हमारा रुट बदल दिया। फैसल लाला ने कहा कि नोटा पर वोट देना हमारा संवैधानिक अधिकार है जो कि चुनाव आयोग ने हर भारत के नागरिक को दिया है ऐसे में हमारी आवाज़ को प्रशासन और विपक्षी पार्टियां दबा नही सकतीं, समाजवादी पार्टी नोटा पर वोट डालना अलोकतांत्रिक बता रही है साथ ही वह लोग नोटा पर वोट डालने वालों पर एसिड फेंकने की धमकी भी दे रहे हैं इसलिए नोटा समर्थकों ने हेलमेट पहनकर पैदल मार्च कर वोटरों को जागरूक किया।
फैसल लाला ने कहा अगर अब्दुल्ला या उनके बाप में हिम्मत है तो मेरे ऊपर एसिड फेंककर दिखाएं, फैसल लाला ने कहा उनकी जानकारी के लिया बता दूं कि जब सियासी पार्टियां किसी ऐसे भूमाफिया या डकैत को टिकट देकर जनता पर अपना प्रत्याशी थोपती हैं जिनको जनता अपना नौमाइंदा नहीं चुनना चाहती तो लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए संविधान ने हमे नोटा का विकल्प दिया है जिसको साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने मंज़ूरी देकर देश मे लागू कर दिया है जिसके ज़रिए जनता अपना मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मज़बूत कर सकें और उन सियासी पार्टियों को सबक सिखा सकें जो जनता पर अपराधी, डमी या जाहिल प्रत्याशी थोपती हैं।
फैसल लाला ने कहा कि रामपुर में नोटा पूरे हिंदुस्तान की जनता के लिए एक नज़ीर साबित होगा।