एक ही जिले में 4 साल से जमे अफसरों का बंधेगा बोरिया बिस्तर- ट्रांसफर
उत्तर प्रदेश में एक ही जनपद में पिछले 4 साल से जमे अफसरों का बिस्तर बोरिया बंधवाते हुए उनके ट्रांसफर किए जाएंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक ही जनपद में पिछले 4 साल से जमे अफसरों का बिस्तर बोरिया बंधवाते हुए उनके ट्रांसफर किए जाएंगे। 30 जून 2024 तक एक ही जनपद में जमे अफसरों को ट्रांसफर कर अन्य स्थान पर भेजा जाएगा।
वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में गंभीरता के साथ जुटे केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से उत्तर प्रदेश में पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों की स्थानांतरण नीति जारी करते हुए एक ही जनपद में पिछले 4 साल से जमे अफसरों को हटाया जाएगा। केंद्रीय चुनाव आयोग के मुताबिक 30 जून 2024 तक एक ही जनपद में जमे अफसरों को ट्रांसफर करते हुए अन्य जिलों में भेजा जाएगा। केंद्रीय चुनाव आयोग की ट्रांसफर नीति के अंतर्गत 3 साल की कार्य अवधि अथवा 4 साल से तैनात अफसरों का बोरिया बिस्तर बंधवाते हुए उन्हें मौजूदा जनपद से हटाया जाएगा। इस स्थानांतरण नीति में 3 साल की कार्य अवधि में प्रमोशन को भी जोड़ा जा रहा है। केंद्रीय चुनाव आयोग की यह स्थानांतरण नीति नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण के अफसरों पर भी लागू की गई है। यानी नगर निगम और विकास प्राधिकरण के अफसर भी इस नई नीति के अंतर्गत ट्रांसफर करके इधर से उधर भेजे जाएंगे। एडीजी आईजी एवं डीआईजी समेत सशस्त्र पुलिस बल पर भी यह नई स्थानांतरण नीति लागू होगी। 4 साल से जमे एसपी, एसएसपी, एसएचओ, इंस्पेक्टर तथा सब इंस्पेक्टर भी इस नई नीति के अंतर्गत इधर से उधर किए जाएंगे। चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि लोकसभा चुनाव ड्यूटी के दौरान अफसरों को घोषणा पत्र देना होगा कि वह किसी उम्मीदवार के रिश्तेदार हैं अथवा नहीं। जिन अफसरों पर मुकदमे दर्ज हैं ऐसे अधिकारियों का भी चुनाव आयोग द्वारा संज्ञान लिया जाएगा