टिकट हो रहा है वायरल-15 फरवरी को देशमुख ने किया था हवाई सफर?

हर महीने पुलिसकर्मियों के माध्यम से 100 करोड रुपए की उगाही करवाने का आरोप झेल रहे महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के मामले में दी जा रही कोई भी सफाई काम नहीं आ रही है।

Update: 2021-03-23 06:28 GMT

मुंबई। हर महीने पुलिसकर्मियों के माध्यम से 100 करोड रुपए की उगाही करवाने का आरोप झेल रहे महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के मामले में दी जा रही कोई भी सफाई काम नहीं आ रही है।

सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में किए गए अनिल देशमुख के बचाव में गई दलील पर फिर से सवालिया निशान खड़े हो गए है। दरअसल कुछ ऐसे दस्तावेज वायरल हो रहे हैं। जिनके मुताबिक फरवरी माह में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने एक चार्टर्ड विमान में सफर किया था। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में दलील देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख कोरोना संक्रमण की वजह से 5 फरवरी से 15 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती थे और फिर 15 फरवरी को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अनिल देशमुख 27 फरवरी तक होम आइसोलेशन में रहे। हालांकि एनसीपी प्रमुख की प्रेसवार्ता के कुछ समय बाद ही सोशल मीडिया पर देशमुख के नाम पर जारी एक प्राइवेट फ्लाइट की एयरलाइन टिकट शेयर की जाने लगी। वायरल किया गया टिकट 15 फरवरी का है और इससे यह पता लगता है कि इस दिन देशमुख ने नागपुर से मुंबई तक चार्टर्ड विमान में सफर किया था।

दरअसल आईपीएस परमबीर सिंह द्वारा सीएम के नाम जारी की चिट्ठी के बाद राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख के त्यागपत्र की मांग जोरो-सोरो के साथ उठ रही है। इस बीच सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दावा किया कि आईपीएस परमबीर सिंह ने अपने आरोपों में जिन तारीखों का जिक्र किया है उन तारीखों में अनिल देशमुख अस्पताल में भर्ती थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दावा किया था कि गृह मंत्री अनिल देशमुख 5 फरवरी से 15 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती थे। उसके बाद उन्होंने खुद को होम क्वारटाईन कर लिया था।

एनसीपी मुखिया शरद पवार के इस दावे के तुरंत बाद ही भाजपा ने अनिल देशमुख का एक वीडियो जारी किया है। यह वीडियो अनिल देशमुख ने 15 फरवरी को अपने ट्विटर अकाउंट से भी ट्वीट किया था। वीडियो में देशमुख पत्रकारों से बात कर रहे हैं। भाजपा ने सवाल उठाए हैं कि अगर देशमुख अस्पताल में थे तो वह प्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस कैसे कर रहे थे। हालांकि बाद में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस पूरे विवाद पर खुद मोर्चा संभालते हुए जवाब दिया। उन्होंने वीडियो ट्वीट किया जिसमें उन्होंने 15 फरवरी की अपनी गतिविधियां बताई। देशमुख के मुताबिक 15 फरवरी को जब अस्पताल से घर जाने लगे तो उस समय अस्पताल के दरवाजे पर पत्रकार थे जो उनसे बात करना चाहते थे। कोरोना से रिकवर होने की वजह से उन्हें कमजोरी थी। इसलिए उन्होंने वहीं कुर्सी पर बैठकर पत्रकारों के साथ बातचीत की और उसके बाद सीधे गाड़ी में बैठकर अपने घर चले गए और होम आइसोलेट हो गए। इसके बाद 28 फरवरी को बाहर निकले।

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