सरकार ने खोली सब्जी की दुकान- पांच स्थानों पर बेच रही सस्ती प्याज
अपने दामों को लेकर लोगों की आंखों से आंसू निकाल रही प्याज की कड़वी छींटे सरकार की आंखों तक भी पहुंच गई है।
लखनऊ। अपने दामों को लेकर लोगों की आंखों से आंसू निकाल रही प्याज की कड़वी छींटे सरकार की आंखों तक भी पहुंच गई है। चुनाव के दौरान पब्लिक उसके आंसू नहीं निकाल दे, इसके चलते पांच स्थानों पर दुकान खोलकर सरकार की ओर से सस्ते दाम पर ब्याज बेचा जा रहा है।
दरअसल अभी तक टमाटर के दामों को लेकर परेशान चल रहे लोगों की आंखों से अब प्याज भी आंसू निकलने में लग गई है। अनेक शहरों में प्याज के दाम जब 100 रुपए प्रति किलो की दर तक पहुंच गए तो प्याज के छिलकों से निकले छींटे सरकार की आंखों तक भी जा पड़े।
आंसू निकलते ही सरकार पब्लिक को राहत देने के इरादे से मैदान में आते हुए प्याज की दुकान खोलकर बैठ गई है। प्याज के दाम महंगे होने के लिए वैसे तो कम उत्पादन एवं कम आवक की बात कही जा रही है, लेकिन वास्तविक रूप से जमाखोरी एवं कालाबाजारी प्याज के दामों को आसमान तक पहुंचाने में अपनी अहम भूमिका में रही है।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में पब्लिक सरकार के आंसू नहीं निकाल दे, इसे ध्यान में रखते हुए उपभोक्ता मंत्रालय की ओर से इस स्थिति से निपटने के लिए कमर कसी गई है। राष्ट्रीय सहयोग उपभोक्ता महासंघ यानी एनसीसीएफ ने महानगर में पांच स्थानों पर दुकान खोलकर सस्ती दर पर प्याज बेचना शुरू कर दिया है।
25 रुपए प्रति किलो की दर से सरकार की ओर से इन दुकानों पर प्याज बेची जा रही है। एनसीसीएफ की गाड़ियों पर प्याज खरीदने के लिए भीड़ उन हालातो में उमड़ रही है जबकि सस्ती दर पर प्याज बेचने की कोई सूचना जारी नहीं की गई थी। इस बीच महासंघ के निदेशक एके सिंह ने कहा है कि सरकार प्याज के दामों को नियंत्रित करने का पूरा प्रयास कर रही है। दाम नियंत्रित नहीं होने तक महासंघ सस्ते दामों पर प्याज की बिक्री करता रहेगा।