सरकार ने बढ़ाई पियक्कडों की टेंशन-शराब की 260 निजी दुकान हुई बंद
दिल्ली सरकार ने आबकारी और पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें बनाई हैं जो नियमित रूप से शराब तस्करों पर अपनी पैनी निगाह रखेगी
नई दिल्ली। सरकार के नए नियमों ने शराब के शौकीन लोगों की दिक्कतों में घना इजाफा कर दिया है। पियक्कडों के शौक के चलते उनकी मांग की आपूर्ति में लगी शराब की 260 दुकानें आज से बंद कर दी गई है। निजी शराब की दुकानों पर ताले लटक जाने की वजह से अब पियक्कडों के सामने शराब की किल्लत होने के आसार उत्पन्न हो गए हैं। हालांकि इस दौरान शराब की सरकारी दुकानें खुली रहेंगी। लेकिन शराब प्राप्ति के लिए पियक्कडों को दूर तक धक्के खाने पड़ेंगे।
शुक्रवार को दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के चलते शराब की 260 निजी दुकानों पर ताले लटक गए हैं। अब 16 नवंबर तक केवल 460 सरकारी दुकानों के माध्यम से सरकार की बिक्री की जाएगी। निजी शराब की दुकानों पर ताले लटक जाने की वजह से राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में पियक्कडों के सामने शराब की किल्लत उत्पन्न होने के आसार बन गए हैं। ऐसे हालातों में अवैध शराब की बिक्री होने के अंदेशे लगाए जा रहे हैं। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने आबकारी और पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें बनाई हैं जो नियमित रूप से शराब तस्करों पर अपनी पैनी निगाह रखेगी।
बृहस्पतिवार को दिल्ली के कुछ इलाकों में शराब की दुकानों पर पियक्कडों की भारी भीड़ देखी गई थी। लोगों ने कई कई दिन के कोटे शराब की दुकानों से खरीद कर अपने घरों के भीतर ले जाकर रख दिये हैं। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बैठकर शराब बिक्री के लाइसेंस आवंटित किए गए हैं। 17 नवंबर से नई नीति के अंतर्गत आवंटित की गई दुकानों से शराब की बिक्री शुरू होगी। इसके बाद पहले के मुकाबले शराब की दुकानों में इजाफा होगा और शराब की कुल दुकानों की संख्या बढ़कर अब 850 हो जाएगी। लेकिन उससे पहले ही आबकारी विभाग के सामने कई चुनौतियां आकर खड़ी हो गई है। अब करीब डेढ़ महीने के लिए दिल्ली के उन इलाकों की संख्या बढ़ जाएगी, जिनमें शराब की एक भी दुकान नहीं होगी। साथ ही अब दिल्ली में कुल दुकानों की संख्या 720 से घटकर 460 रह जाएगी, जिनमें शराब की बिक्री होती रहेगी।