जनजातीय समाज की विरोधी रही है कांग्रेस- मुंडा
पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस की सरकारों ने जनजातीय समाज के लिए कुछ नहीं किया।
भोपाल। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कांग्रेस पर जनजातीय समाज विरोधी होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि चुनावों को देखते हुए पार्टी मध्यप्रदेश में इस वर्ग के लोगों को भ्रमित करने में जुट गई है।
मुंडा ने यहां प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस की सरकारों ने जनजातीय समाज के लिए कुछ नहीं किया। पार्टी ने जो वादे समाज से किए, उन्हें पूरा नहीं किया। कांग्रेस के शासनकाल में जनजातीय समाज के लोगों का सबसे ज्यादा विस्थापन और पलायन हुआ। कांग्रेस ने हमेशा जनजातीय हितों को नजरअंदाज किया, इसलिए देश और प्रदेश के जनजातीय समाज ने उसे नकार दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारों ने जो काम जनजातीय समाज की भलाई के लिए किए हैं, उनसे कांग्रेस घबराई हुई है और यही बात उसके वचन पत्र से भी स्पष्ट होती है। गत वर्ष राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने पेसा एक्ट के अंतर्गत प्रबंधन के दायित्व पंचायतों और ग्राम सभाओं को देने की शुरुआत कर दी थी, लेकिन कांग्रेस इसके लिए अपने वचन पत्र में वादा कर रही है। भाजपा सरकार जनजातीय बहुल क्षेत्रों में डॉ. भीमराव अंबेडकर और वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर खेल परिसर बनाने का काम कर रही है और कांग्रेस अपने वचन पत्र में इनके लिए भी वादे कर रही है।
मुंडा ने कहा कि आजादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस जनजातीय समाज को वोट बैंक समझकर छलती रही। कांग्रेस की गतिविधियां कुछ परिवार या क्षेत्रों तक ही सीमित रही, उनका लाभ समग्र जनजातीय समाज को कभी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की 15 महीनों की सरकार ने बैगा, भारिया और सहरिया समाज के लिए शुरू की गई योजनाएं बंद करके उन्हें मिल रही सुविधाओं से वंचित कर दिया था। कांग्रेस की सरकारों ने दलितों, आदिवासियों के लिए केंद्र से मिलने वाले फंड को कभी भी पूरी तरह उपयोग नहीं किया।
उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने उनके जन्मदिन 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की है। मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, राजा शंकरशाह, रघुनाथ शाह, वीरांगना रानी दुर्गावती, भीमा नायक और खाज्या नायक जैसे महापुरुषों के सपनों को साकार कर रही है। इन महापुरुषों और जन जनायकों की स्मृतियों को संजोने के लिए प्रदेश सरकार स्मारक और संग्रहालय बना रही है।