ट्रम्प की पहली चुनावी रैली निराशाजनक
यह बात अलग है कि राष्ट्रपति और उनके चुनावी अभियान में शामिल लोग इस सच्चाई स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।
वॉशिंगटन। कोरोना संकट के बीच चुनावी अभियान पर जोर देने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब उनकी पहली रैली में उम्मीदों के अनुरूप लोग नहीं जुटे। ट्रंप की इस रैली को विफल करवाने में युवाओं का बहुत बड़ा हाथ रहा। उन्होंने बड़ी ही चालाकी से ट्रंप को रैली के सफल होने का सपना दिखाया और फिर एक ही झटके में उसे तोड़ दिया। हालांकि, यह बात अलग है कि राष्ट्रपति और उनके चुनावी अभियान में शामिल लोग इस सच्चाई स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। ओकलाहोमा के टुल्सा में आयोजित इस रैली में शामिल होने के लिए इंटरनेट पर मुफ्त टिकट बांटे जा रहे थे। टिक टाॅक यूजर्स और कोरियन पॉप म्यूजिक ग्रुप के फैंस ने हजारों टिकट बुक कर डाले, जिससे ट्रंप का चुनावी कैंपेन संभालने वालों को विश्वास हो गया कि रैली में भारी भीड़ उमड़ेगी, लेकिन वह रैली में भाग लेने पहुंचे नहीं। बाद में यह बात सामने आई कि युवाओं ने जानबूझकर ऐसा किया ताकि ट्रंप की रैली फ्लॉप हो जाएं।