अटल जी ने रखी थी आधुनिक भारत की नींव: योगी
उन्होंने कहा कि अटल जी को लगातार 10 बार लोकसभा एवं दो बार राज्यसभा में जाने का अवसर प्राप्त हुआ था
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने आधुनिक भारत की नींव रखी थी।
शुक्रवार को श्री वाजपेयी की छठी पुण्यतिथि पर लोकभवन में स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद उन्होने कहा कि तीन बार देश का प्रधानमंत्री बनने के साथ ही श्री वाजपेयी ने भारत की राजनीतिक अस्थिरता को दूर किया था। 25 दिसंबर 1924 को जन्में अटल जी का लगभग छह दशक का सार्वजनिक जीवन पूर्णतः निष्कलंक रहा। उन्होंने भारतीय राजनीति को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
अटल जी को भारतीय राजनीति का अजातशत्रु करार देते हुए उन्होने कहा कि भारतीय राजनीति में उनकी पहचान एक सर्वमान्य चेहरे के रुप में थी। देश को सुशासन, इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रामीण विकास का मॉडल अटल जी ने दिया था। अटल जी की सरकार में चलाए गए अंत्योदय के कार्यक्रम उनकी दूरदर्शिता को प्रदर्शित करते हैं।
अटल जी की स्मृतियों को नमन करते हुए सीएम योगी ने कहा कि स्वतंत्र भारत में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सानिध्य में अटल जी ने अपने सार्वजनिक जीवन का शुभारंभ किया था। 1957 में वह बलरामपुर (वर्तमान में श्रावस्ती) से पहली बार सांसद चुने गए थे। उन्होंने कहा कि अटल जी को लगातार 10 बार लोकसभा एवं दो बार राज्यसभा में जाने का अवसर प्राप्त हुआ था, जिसमें वह पांच बार लखनऊ से सांसद चुने गए थे।
योगी ने कहा कि आज अटल जी हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां, उनकी कविताएं और भारतीय राजनीति के उनके मूल्य एवं सिद्धांत सदैव हमें एक नई प्रेरणा प्रदान करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत को एक वैश्विक महाशक्ति के रुप में स्थापित करने के लिए अटल जी द्वारा किए गए प्रयासों को देश कभी विस्मृत नहीं कर सकता है। सीएम योगी ने कहा कि अटल जी के सत्प्रयासों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए कृतज्ञ राष्ट्र ने उन्हें भारत रत्न की उपाधि से भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम में योगी के साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में राज्यसभा सदस्य डॉ दिनेश शर्मा, पूर्व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह और भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।