संकट में मुख्यमंत्री- 25 विधायक पहुंचे दिल्ली
यहां तक की आपसी मतभेद उभर कर सामने आ रहे है। मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए जा रहे हैं
नई दिल्ली। अगले साल राज्य के विधानसभा चुनाव होने हैं। मगर अभी से सरकार के बीच तनातनी शुरू हो गई है। यहां तक की आपसी मतभेद उभर कर सामने आ रहे है। मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने चुनाव के वक्त जो वादे किए थे, उनका पूरा नहीं किया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए विभिन्न विधायक सामने आ गए हैं। अब इस बात में कोई दो राय नहीं है कि पंजाब कांग्रेस में बगावत के आसार लगाए जा रहे हैं।
कांग्रेस हाईकमान की ओर से पार्टी के सभी विधायकों और मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया है। यहां पर सभी विधायक मंत्री 3 मेंबर के पैनल से मुलाकात करेंगे जहां अपनी दिक्कतों को रखेंगे।
कांग्रेस के करीब 2 दर्जन विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष सुनील झाखड़, मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सुखजिंदर सिंह रंधावा भी शामिल है।
कैप्टन सरकार पर चुनाव में किए गए वादों को पूरा ना करने के आरोप के बाद कांग्रेस विधायकों ने अपनी सरकार पर भी सवाल उठाना शुरू कर दिया है। यही वो दो दर्जन विधायक है, जो लगातार कैप्टन अमरिंदर को लेकर सवाल करते हैं।
कांग्रेस के केंद्रीय आलाकमान ने जो 3 सदस्यों का पैनल बनाया है। उसकी अगुवाई हरीश रावत कर रहे हैं। इसके अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे और के जेपी अग्रवाल भी इसमें शामिल है। सोमवार से पंजाब के कांग्रेस विधायक मंत्री का मिलने का सिलसिला शुरू होगा।
अगले साल राज्य में विधान सभा होने हैं। कांग्रेस की है यह बगावत कांग्रेस को भारी भी पड़ सकती हैं। इसलिए कांग्रेस किसी भी हाल में इस मोर्चे को रोकना चाहेगी और अपनी सरकार की गिरती साख को बचाने का भरसक प्रयास करेगी।