दारोगा बनने से पहले ही अगवा की गई महिला की हत्या-शव नाले में फैंका
समय पर घर नहीं पहुंचने पर चिंतित हुए परिजनों की ओर से सचेंडी थाने में महिला के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी
कानपुर। यूपी एसआई की परीक्षा देने आई विवाहिता को एक तरफा प्यार में रिश्ते के भाई ने अपहरण करने के बाद कार के भीतर गला दबाते हुए मार डाला और इलाके के नाले में फेंककर भाग निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर इस मामले का खुलासा कर दिया है।
दरअसल पंजाब के पटियाला में रहने वाली हरजीत सिंह की पत्नी श्रद्धा सिंह 12 नवंबर को कानपुर में आयोजित की गई यूपी एसआई की परीक्षा देने के लिए आरसीआरडी कन्या कॉलेज चकरपुर सचेंडी आई थी। परीक्षा देने के बाद वह लापता हो गई थी। समय पर घर नहीं पहुंचने पर चिंतित हुए परिजनों की ओर से सचेंडी थाने में महिला के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। सचेंडी पुलिस की ओर से मोबाइल नंबर के आधार पर कॉल डिटेल निकलवाकर जब जांच पड़ताल की गई तो पता चला शाहपुर बिधनू निवासी सुजीत कुमार गौतम के साथ महिला की आखरी मर्तबा बात हुई थी। बताया जा रहा है कि सुजीत कुमार श्रद्धा का पूर्व प्रेमी था। पुलिस ने सुजीत को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ शुरू की। आरोपी ने बताया कि उसने अपने दोस्त सूरज के साथ मिलकर एसआई की परीक्षा देने के लिए आई श्रद्धा को अगवा किया था। परीक्षा सेंटर के बाहर ही उसने श्रद्धा को मिलने के लिए बुलाया था। श्रद्धा के आगे उसने पति को छोड़कर अपने साथ रहने की शर्त रखी थी। श्रद्धा जब इसके लिए तैयार नहीं हुई और कार से नीचे उतरने की कोशिश करने लगी तो सुजीत ने उसकी हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से सुजीत ने श्रद्धा के शव को महाराजपुर में किशनपुर इलाके में बहने वाले नाले में फेंक दिया। 13 नवंबर को महाराजपुर पुलिस ने महिला के शव को नाले से बरामद किया था। पति हरजीत सिंह का आरोप है कि सचेंडी पुलिस ने उसकी पत्नी की गुमशुदगी दर्ज करने के बाद मामले की जांच पड़ताल नहीं की। उल्टे थाने पहुंचने पर पुलिस द्वारा उसे नसीहत देते हुए कहा गया कि अपनी पत्नी को नहीं संभाल पा रहे हो। पीड़ित का आरोप है कि अगर गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस द्वारा कॉल डिटेल के आधार पर कार्यवाही कर दी जाती तो उसकी पत्नी बच सकती थी। मृतका के पति की ओर से जब अफसरों से मिलकर शिकायत की गई तब मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई और हत्याकांड का खुलासा हो सका।