गैंगरेप पीड़िता ने जिलाधिकारी दफ्तर पर किया ऐसा काम- मचा हड़कंप
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं किए जाने से बुरी तरह से आहत गैंगरेप पीड़िता को जब जिलाधिकारी के पास तक नही जाने दिया गया
सीतापुर। गैंगरेप के मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं किए जाने से बुरी तरह से आहत गैंगरेप पीड़िता को जब जिलाधिकारी के पास तक नही जाने दिया गया तो दफ्तर पर पहुंची महिला ने बाहर ही आत्मदाह का प्रयास किया। शरीर पर पेट्रोल छिड़कने के बाद जैसे ही महिला ने आत्मदाह के लिए माचिस जलाई तो उसे देखकर दौड़े होमगार्ड ने महिला से माचिस छीन ली। बाद में एएसपी दक्षिणी ने कहा है कि पीड़िता को अवश्य न्याय दिलाया जाएगा।
सोमवार को जिला अधिकारी दफ्तर पर जब फरियादी अपनी अपनी शिकायतें लेकर डीएम के पास पहुंच रहे थे और अधिकारी भी अपने काम के लिए जिला अधिकारी दफ्तर पर अपनी बारी के आने का इंतजार कर रहे थे तो एक महिला जिला अधिकारी दफ्तर पर पहुंची और वहां पर उसने हाथ में पकड़ी बोतल में भरे पेट्रोल को अपने ऊपर उड़ेल लिया। जैसे ही महिला ने माचिस जलाकर खुद को आग लगाने की कोशिश की वैसे ही जिलाधिकारी दफ्तर पर सुरक्षा के लिए तैनात होमगार्ड की निगाह महिला के ऊपर पड़ गई। जिसके चलते तेजी के साथ दौड़े होमगार्ड में महिला के हाथ से माचिस छीन ली।
महिला के आत्मदाह के प्रयास की खबर से डीएम दफ्तर पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। संदना इलाके के गांव की रहने वाली महिला ने आरोप लगाया कि 26 जून को जब वह जंगल में दिशा शौच के लिए गई थी तो पहले से ही घात लगाए बैठे गांव के ही 3 युवकों ने उसे जबरिया रोक लिया और आम के बाग में ले जाकर हथियारों की नोक पर 2 लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपियों ने किसी को बताने पर उसे जान से मारने की धमकी दी।
घर पहुंची पीड़िता ने जब परिवार के लोगों को आपबीती बताई तो वह पीड़िता को लेकर संदना थाने में पहुंचे। लेकिन पुलिस ने महिला की शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया। महिला का आरोप है कि उच्च अधिकारियों के अलावा थाने में की गई शिकायत के बाद आरोपी उसके घर आ धमके और शिकायत वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी देने लगे। परेशान होकर वह आज डीएम से गुहार लगाने के लिए आई थी लेकिन यहां भी उसे डीएम के पास तक जाने की इजाजत नहीं दी गई।