शराब के लिए पैसे नहीं देने पर की गई थी बीजेपी नेता की पीट-पीटकर हत्या
एसीपी ने बताया है कि जल्दी ही प्रेस वार्ता करके इस हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा।
कानपुर। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की पीट-पीटकर की गई हत्या के मामले में पुलिस द्वारा भागदौड़ करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से तीन हत्याकांड की एफआईआर में नामजद आरोपी है। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ किए जाने पर हत्या की बात कबूल कर ली है।
सोमवार को एसीपी कल्याणपुर दिनेश शुक्ला ने बताया है कि दशहरा वाले दिन की रात को पनकी थाना क्षेत्र की रतनपुर कॉलोनी निवासी शिवानंद तिवारी के बेटे 38 वर्षीय अजय उर्फ दीपू की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। घटना की बाबत पिता शिवानंद ने आरोप लगाया था कि इलाके के दबंगों ने शराब के लिए 500 रूपये नहीं देने पर अजय उर्फ दीपू की पीट-पीट कर हत्या की है। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भी परिवार के लोगों ने मौहल्लावासियों के साथ रविवार को शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया था। हंगामा और प्रदर्शन से दबाव में आई पनकी थाने की पुलिस ने भाग दौड़ करते हुए हत्यारोपी पनकी रतनपुर निवासी धर्मेंद्र सिंह, दीपू भदोरिया और सुनील चतुर्वेदी समेत पांच आरोपियों को पड़ोसी जनपद से गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी ने बताया है कि जल्दी ही प्रेस वार्ता करके इस हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा। पूछताछ में पता चला है कि मारपीट के बाद आरोपी खुद रतनपुर चौकी गए थे। इसके बाद सभी अपने अपने घर को चले गए थे। लेकिन सवेरे भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो जाने की खबर मिलने के बाद सभी हत्यारोपी कानपुर छोड़कर अपने नज़दीकियों के पास भागकर चले गए थे। परिवारजनों का कहना है कि अगर पनकी पुलिस उसी समय सक्रियता दिखाती तो सभी आरोपियों को उनके घर से ही गिरफ्तार किया जा सकता था।