होटल के कमरे में नकली नोट फैक्ट्री- मास्टर चाबी ने किया भंडाफोड़
सभी आरोपियों को विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है।;
इंदौर। होटल में कमरा लेकर उसके भीतर संचालित की जा रही नकली नोटों की फैक्ट्री का राज मास्टर चाबी ने खोल कर रख दिया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची क्राइम ब्रांच ने दबिश देकर नकली नोटों के निर्माता एवं खरीदारों को गिरफ्तार कर पूरे रैकेट का खुलासा कर दिया।
दरअसल छिंदवाड़ा के रहने वाले ग्रेजुएट 25 वर्षीय शोएब उर्फ छोटू ने इंदौर के होटल में किराए पर एक कमरा लिया था। पढ़े लिखे बेरोजगार युवकों को साथ लेकर उसने फैक्ट्री के कमरे के भीतर नकली नोटों की फैक्ट्री संचालित करनी शुरू कर दी।
फैक्ट्री शुरू करने से पहले शोएब ने ऑनलाइन फर्जी आई से नोटों की कालाबाजारी से जुड़े ग्रुप को खंगालना शुरू कर दिया। इस दौरान उसकी पहचान द्वारका गुजरात के रहने वाले 25 वर्षीय मयूर चंपा से हुई, जिसने फिल्म फर्जी देखने के बाद नकली नोट छापने का आईडिया खोजा था।
मयूर ने शोएब को एक खास सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जो असली नोट की हू-ब-हू कापी तैयार कर सकता था। इसमें वाटर मार्क, सीरियल नंबर और रंगों तक का भी मिलान था।
शोएब ने 32 वर्षीय रईस खान और 19 वर्षीय प्रफुल्ल को भी अपने साथ जोड़ा जो मामूली काम करने के साथ बेरोजगार थे। बाद में भोपाल के रहने वाले 30 वर्षीय आकाश और मेडिकल स्टोर संचालक 42 वर्षीय शंकर चौरसिया को भी गिरोह से जोड़ लिया गया।
नकली नोटों के निर्माता एवं सौदागरों का सारा नेटवर्क फेसबुक के माध्यम से जुड़ा हुआ था। सॉफ्टवेयर, हार्ड क्वालिटी प्रिंटर, लेमिनेशन मशीन, बटर पेपर, कटिंग टूल्स और अन्य उपकरण खरीदने के बाद फैक्ट्री में नकली नोटों की फैक्ट्री संचालित करनी शुरू कर दी।
इस मामले का भंडाफोड़ उस समय हुआ जब होटल स्टाफ ने शक होने पर मास्टर चाबी के माध्यम से कमरे का दरवाजा खोला। भीतर का नजारा अत्यंत चौंकाने वाला था।
होटल स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे के भीतर से प्रिंटर, लैमिनेटर, कंप्यूटर और लाखों रुपए के नकली नोट जो इधर-उधर बिखरे पड़े हुए थे, बरामद किए हैं।
पुलिस ने इस सिलसिले में सभी आरोपियों को विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है।