नई पार्टी बनाने वाले कैप्टन नाम का करेंगे बाद में खुलासा
चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि वह अपनी पार्टी बनाने की प्रकिया में हैं और इसके नाम का खुलासा बाद में किया जाएगा। अमरिंदर सिंह ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह अपनी पार्टी बनाने की प्रक्रिया में है और उनके वकील निर्वाचन आयोग से बात कर रहे हैं। पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह तय किया जा रहा है जिनकी घोषणा बाद में की जाएगी।
कैप्टन अमरिंदर ने पाकिस्तानी महिला पत्रकार अरूसा आलम के साथ अपने संबंधों के बारे में दो टूक राय दी और यह भी कहा कि अगर वीजा पाबंदी हटा दी जाए तो वह उन्हें फिर आमंत्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि वह बुद्धिमान महिला है।
उन्होंने पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) की तैनाती पर कहा कि यह बल पंजाब में किसी चीज को नियंत्रण में नहीं लेने जा रहा है। राज्य का काम पंजाब सरकार ही देखेगी और पुलिस को जहां मदद की जरूरत होगी बीएसएफ उसकी मदद करेगी।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद यह पहला मौका है जब श्री सिंह मीडिया से रूबरू हुए हैं। गुरूवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।
अमरिंदर सिंह ने सरकार के उन मंत्रियों की कड़ी आलोचना की जिन्होंने कहा है कि जब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे तो साढ़े चार साल के कार्यकाल में कोई काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पिछले चुनाव में जनता से जो वादे किए थे, साढ़े चार साल में उनमें 92 प्रतिशत काम काम पूरा किया और कुछ पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में बैठक में मलिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मेरी सरकार को लेकर मुझसे पूछा था कि 'आखिर समस्या क्या है?' तो उस समय मैंने उनसे कहा था 'कोई समस्या नहीं है'।उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में कांग्रेस सरकार के नेतृत्व को लेकर विधायकों की राय को लेकर कोई सर्वे नहीं कराया गया था।
गौरतलब है कि अमरिंदर सिंह इस समय विरोधियों के बजाए अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर हैं और उनकी कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ तनातनी राजनीतिक चर्चा का विषय बन गई है। उन्होंने कई बार यह भी कहा कि जो आदमी 15 वर्ष तक भारतीय जनता पार्टी में रहा है वह कांग्रेस का भला कैसे कर सकता है। अमरिंदर सिंह और उनकी मित्र पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम कांग्रेसी नेताओं और श्री सिंह के बीच तनातनी से बेहद निराश हैं और उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि वह इस पूरे घटनाक्रम से बुरी तरह आहत है और कभी भारत नहीं आएंगी। उन्होंने यह भी कहा है कि कुुछ नेताओं ने अपना स्तर बहुत नीचे गिरा दिया है । सुश्री आलम ने सुखजिंदर सिंह रंधावा, पंजाब कांगेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को लकड़बग्घा करार देते हुए कहा है कि कैप्टन को नीचा दिखाने के लिए उनका नाम(अरूसा) बीच में घसीट रहे हैं।
वार्ता