किसानों के रेल रोको आंदोलन से कोयले की कमी होने से बिजली की समस्या

किसानों के रेल रोको आंदोलन से कोयले की कमी होने से बिजली की समस्या

जैतो पंजाब में किसानों के रेल रोको आंदोलन के सोलहवें दिन मालगाड़ी से लेकर राजधानी सहित कुछ विशेष ट्रेनें रद्द रहने के कारण बिजली संयंत्रों में कोयले का स्टाक खत्म होने की संभावना जताई है जिससे राज्य में बिजली संकट की आशंका पैदा हो सकती है ।

राज्य में कोयले की कमी होने से बिजली की समस्या पैदा होने की बात राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने कही है ।

उत्तर रेलवे ने कुछ ट्रेनों को रद्द रखा है तथा कुछ के मार्ग परिवर्तन किया है। राज्य में किसानों ने नये कृषि कानूनों के विरोध में गत 24 सितंबर से अधिकतर रेल ट्रैकों पर धरना दे रखा है। रेल मंत्रालय रेल तथा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता । उत्तर रेलवे ने न‌ई दिल्ली- जम्मूतवी - न‌ई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ,कालका-अंबाला-कालका एक्सप्रेस को आज भी रद्द रखा ।

जबकि फिरोजपुर रेल मंडल की ट्रेनें मुंबई सैंट्रल-अमृतसर-मुंब‌ई , बांद्रा-अमृतसर- बांद्रा टर्मिनस, जयनगर- अमृतसर- जयनगर एक्सप्रेस , धनबाद-फिरोजपुर -धनबाद स्पैशल एक्सप्रेस, न्यू जलपाईगुड़ी - अमृतसर- न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़ -अमृतसर - डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस आदि रेलगाड़ियां अंबाला तक ही आ रही हैं । अंबाला -अमृतसर के बीच ट्रेनें नहीं चलीं ।

नांदेड़ सचखंड एक्सप्रेस-अमृतसर-नांदेड दिल्ली तक चलेंगी तथा न‌ई दिल्ली - अमृतसर के बीच आंशिक रूप से रद्द रहेगी। इस तरह ही ऊना हिमाचल- न‌ई दिल्ली जन शताब्दी अंबाला - ऊना हिमाचल के आंशिक रूप से रद्द रखी गई हैं।उधर, डिब्रूगढ़- लालगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन को रोहतक-भिवानी - हिसार -हनुमानगढ मार्ग तबदील करके चलाया जा रहा है।

किसान संगठनों का कहना है कि इन विधेयकों में कहीं भी न्यूनतम समर्थन मूल्य को समाप्त करने की बात नहीं है। जब तक काले कानून वापस नहीं लिए जाते उस समय तक उनका आंदोलन जारी रहेगा और किसान रेल ट्रैकों पर डटे रहेंगे। सूत्रों के अनुसार पंजाब में किसानों का धरना जारी है तथा आंदोलन आगे भी जारी रह सकता है। ट्रेनों के पिछले सोलह दिनों से बाधित रहने के कारण यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है तथा रेलवे को रोजाना करोड़ोें के राजस्व की हानि हो रही है जिससे अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है ।

Next Story
epmty
epmty
Top