ढाई करोड़ की रिश्वत लेकर बिल्डर को लाभ पहुंचाने वाला एक्सईएन बर्खास्त
जांच में दोषी पाए जाने के बाद एक्सईएन के खिलाफ यह बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।
लखनऊ। बिजली विभाग के चेयरमैन आईएएस देवराज ने नोएडा में तैनाती के दौरान एक बिल्डर को तकरीबन ढाई करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के बाद लाभ पहुंचाने के आरोप में नोएडा के एक्सईएन को बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त किए गए एक्सईएन तरुण कुमार की पहले जांच कराई गई थी। की गई जांच में दोषी पाए जाने के बाद एक्सईएन के खिलाफ यह बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।
शनिवार को विद्युत विभाग के चेयरमैन आईएएस देवराज ने नोएडा के अधिशासी अभियंता विद्युत नगरीय वितरण खंड तृतीय को बर्खास्त करने का फरमान जारी कर दिया है। पावर कारपोरेशन के उप सचिव अनिल कुमार निगम की ओर से जारी किए गए बर्खास्तगी पत्र में एक्सईएन तरुण कुमार के ऊपर ढाई करोड रुपए की धनराशि लेकर बिल्डर को लाभ पहुंचाने का आरोप लगा है। एक्सईएन तरुण कुमार को मैसर्स थ्री जी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड प्लाट नंबर जीएच 01 सेक्टर 168 नोएडा के बहुमंजिला भवन में नियम विरुद्ध एकल बिंदु पर संयोजन दिए जाने के विषयक प्रकरण में दोषी पाया गया है। बर्खास्त किए जाने से पहले बिजली विभाग के चेयरमैन की ओर से एक्सईएन तरुण कुमार के कारनामों की बाकायदा जांच कराई गई थी। जांच में दोषी पाए जाने के बाद एक्सईएन तरुण कुमार को बर्खास्त किए जाने का बिजली विभाग के चेयरमैन फरमान जारी किया है।
एक्सईएन तरुण कुमार को बर्खास्त किए जाने के बाद रिश्वत लेकर बिजली की चोरी और नियम विरूद्ध बड़े-बड़े काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों में अब बुरी तरह से हड़कंप मच गया है।