थाने के भीतर पिटी पुलिस- महिलाओं ने फाडी सिपाही की वर्दी
पुलिसकर्मियों ने किसी तरह हस्तक्षेप कर महिला सिपाही को हमलावर महिलाओं के चंगुल से छुड़ाया
मेरठ। पारिवारिक विवाद के सिलसिले में दो युवकों को पकड़कर थाने लाई पुलिस के पीछे पहुंची 3 महिलाओं ने थाने के भीतर हंगामा खडा कर दिया। महिला सिपाही के रोकने पर महिलाओं ने उसके ऊपर हमला बोल दिया। इस दौरान महिला सिपाही की वर्दी फाड़ कर तार-तार कर दी गई। शोर-शराबे को सुनकर दौड़े पुलिसकर्मियों ने किसी तरह हस्तक्षेप कर महिला सिपाही को हमलावर महिलाओं के चंगुल से छुड़ाया। इस दौरान महिला कांस्टेबल का बच्चा भी चोटिल हो गया।
दरअसल महानगर के टीपी नगर थाना क्षेत्र की चंद्रलोक कॉलोनी में रहने वाली रेनू ने अपने पति सचिन का मोबाइल अपने भाई साबुन गोदाम निवासी अरुण को दे दिया था। सचिन ने जब मोबाइल की बाबत अपनी पत्नी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मोबाइल उसने अपने भाई को दे दिया है।
बस इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया। इस दौरान रेनू को इस बात का शक हुआ कि उसकी ननंद जो कॉलोनी में ही रहती है, उसके कहने पर ही पति सचिन ने मोबाइल के संबंध में उससे पूछा है। फिर क्या था रेनू ने इसी शक के आधार पर अपने मायके वालों से इसकी शिकायत कर दी। बहन के साथ झगड़े की बात सुनते ही रेनू का भाई, मां पुष्पा और बहन प्रीति इकट्ठा होकर रेनू की नंदन पूजा के घर पहुंच गए और वहां पर बवाल खड़ा कर दिया।
पूजा ने जब अपने भाई सचिन को घर में हो रहे बवाल की जानकारी दी तो वह भी मौके पर पहुंच गया। आरोप है कि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जब मारपीट हो गई तो सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और अरुण एवं सचिन को थाने ले आई।
इनके पीछे-पीछे रेनू, पुष्पा और प्रीति भी थाने पहुंच गई। वहां पर ड्यूटी कर रही सिपाही प्रीति ने जब महिलाओं को सवेरे के समय आने के लिए कहा तो इसी बात से गुस्साकर उन्होंने महिला सिपाही के ऊपर हमला बोल दिया और उसकी वर्दी फाड़ कर तार-तार कर दी।
इस दौरान हमलावर महिलाओं ने थाने के दफ्तर में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस कर्मियों ने किसी तरह हस्तक्षेप कर हमलावर महिलाओं को काबू में किया। पुलिस अब थाने में हंगामा कर बवाल काटने वाली महिलाओं के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का मुकदमा कायम कर कार्यवाही में जुट गई है।