शराब माफिया के बार पर जमकर गरजा योगी का बुलडोजर-जानिए मामला
रेस्टोरेंट को सील लगाए जाने के बावजूद धड़ल्ले के साथ चालू कर दिये जाने के बाद अवैध डाउनटाउन बार को महाबली ने गरजते हुए ध्वस्त कर दिया। विकास प्राधिकरण की अनुमति लिए बगैर डाउनटाउन के आवासीय घर के भीतर रेस्टोरेंट एवं बार का संचालन शुरू कर दिया।
बरेली। बरेली विकास प्राधिकरण से अनुमति लिए बगैर संचालित किये जा रहे अवैध बार एवं रेस्टोरेंट को सील लगाए जाने के बावजूद धड़ल्ले के साथ चालू कर दिये जाने के बाद अवैध डाउनटाउन बार को महाबली ने गरजते हुए ध्वस्त कर दिया। ध्वस्तीकरण की इस कार्रवाई को देखने के लिए मौके पर लोगों का जमावड़ा लग गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को दौड़ना पड़ा।
बारादरी थाना क्षेत्र में शराब माफिया मनोज जायसवाल ने बरेली विकास प्राधिकरण की अनुमति लिए बगैर डाउनटाउन के आवासीय घर के भीतर रेस्टोरेंट एवं बार का संचालन शुरू कर दिया। मामले का पता चलने पर प्राधिकरण की ओर से अवैध रूप से चलाए जा रहे रेस्टोरेंट एवं बार को सील कर दिया गया। लेकिन शराब माफिया ने प्राधिकरण की इस कार्यवाही की परवाह किए बगैर सील तोड़ कर अवैध रूप से फिर से रेस्टोरेंट एवं बार का संचालन शुरू कर दिया। प्राधिकरण को जब इस मामले का पता चला तो अधिकारी बुलडोजर के साथ मौके पर पहुंच गए और अवैध रूप से खड़े किए गए रेस्टोरेंट एवं बार को नेस्तनाबूद कराना शुरू कर दिया। ध्वस्तीकरण की इस कार्यवाही को देखने के लिए मौके पर अनेक लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिसे नियंत्रण करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। बताया जा रहा है कि शराब माफिया मनोज जायसवाल कि जिले में 58 शराब एवं बियर की दुकानें हैं। डिप्टी कमिश्नर ने बताया है कि सभी 58 अनुज्ञापी शराब माफिया सिंडिकेट में शामिल है। आबकारी नियमों के मुताबिक किसी भी एक व्यक्ति को उसकी हैसियत, लाइसेंस फीस और डीएम से जारी चरित्र प्रमाण पत्र देखकर शराब की दुकान का लाइसेंस दिया जा सकता है।