महिला ने खुद को गोली से उड़ाया-वायरल हुआ पीएम मोदी के नाम पत्र

घटनास्थल से पुलिस को यह पत्र नहीं मिला है। जबकि सोशल मीडिया पर यह पत्र वायरल हो रहा है।;

Update: 2021-07-03 06:18 GMT

आगरा। गृह क्लेश बुरी तरह तंग आई एक महिला ने घर में रखे तमंचे से सीने पर गोली मारकर खुद को मौत की नींद सुला लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उधर मायके वाले महिला की हत्या किए जाने का आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया पर महिला द्वारा प्रधानमंत्री को लिखा एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसे पुलिस कुछ दिन पुराना बता रही है। घटनास्थल से पुलिस को यह पत्र नहीं मिला है। जबकि सोशल मीडिया पर यह पत्र वायरल हो रहा है।

शनिवार की सवेरे लगभग 10.15 बजे का समय हुआ होगा। आगरा के फाउंड्रीनगर क्षेत्र की विद्यापुरम कॉलोनी में 30 वर्षीय मोना द्विवेदी के कमरे से गोली चलने की आवाज आई। गोली के धमाके की आवाज को सुनकर घर में मौजूद जेठानी प्रीति, दुर्गा, देवरानी नेहा व सीमा द्विवेदी तुरंत ही दौड़कर मौके पर पहुंची। मोना द्विवेदी के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। परिवारजनों ने शोर शराबा किया तो पड़ोसी आ गए। सूचना मिलने के बाद घर के पुरुष भी मौके पर पहुंच गए। काफी जद्दोजहद के बीच दरवाजा तोड़ा गया तो कमरे में मोना द्विवेदी खून से लथपथ हालत में पड़ी पड़ी हुई थी। घरवाले मोना द्विवेदी को तुरंत अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मोना द्विवेदी को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे कमरे की तलाशी ली। जहां एक तमंचा पड़ा मिला जो लगभग 25 साल पुराना है। छानबीन में पुलिस को पता चला है कि मोना द्विवेदी की शादी धीरज के साथ हुई थी जो हार्डवेयर का काम करता है। मोना के भाई सोनू को रुपयों की जरूरत थी। धीरज ने अपने नाम से लोन लेकर उसकी मदद की थी। सोनू किस्त जमा नहीं कर रहा था। इस कारण धीरज की छवि खराब हो रही थी। उन्होंने इसी बात को लेकर मोना द्विवेदी से कुछ बोल दिया था। आरोप यह भी है कि मोना द्विवेदी के देवर अंबुज द्विवेदी इस बात पर अपने भाई और भाभी को ताना मारा करता था। बोलता था कि साले को लोन दिला रहे हो, थोड़ा भाइयों के बारे में भी सोच लो। इसी बात को लेकर पिछले कई दिनों से घर में कलह चल रही थी। इंस्पेक्टर एत्माद्दौला देवेंद्र शंकर पांडे ने बताया कि मामला खुदकुशी का है। पुलिस के पास अभी कोई तहरीर नहीं आई है। जो पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, वह भी पुलिस को नहीं मिला है। सोशल मीडिया पर मोना द्विवेदी ने यह पत्र कब डाला था यह जांच का विषय है।

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