आई आपदा तो क्या करें क्या नहीं करें? दिया गया इसका प्रशिक्षण
जिला आपदा विशेषज्ञ द्वारा आपातकालीन कंट्रोल रूम तथा डीएम वार रूम में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दी गई।
मुजफ्फरनगर। प्राकृतिक आपदाएं कभी भी कहकर नहीं आती है लेकिन जनहानि रोकने के लिए इन आपदाओं से निपटना भी जरूरी होता है। आपदा के दौरान क्या किया जाए क्या नहीं? इसकी जानकारी जिला आपदा विशेषज्ञ द्वारा आपातकालीन कंट्रोल रूम तथा डीएम वार रूम में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दी गई।
मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी द्वारा कंट्रोल रूम व जिला आपातकालीन कंट्रोल रूम तथा डीएम वार रूम में कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों को उत्तर प्रदेश में आने वाली प्रमुख आपदाएं, आपदाओं के प्रकार, आपदा के पूर्व, दौरान तथा पश्चात क्या करें-क्या ना करें? को लेकर प्रशिक्षण दिया गया तथा आपदा में कंट्रोल रूम की क्या भूमिका होती है? यह बताया गया।
प्राकृतिक आपदा के पश्चात राहत के रूप में सरकार द्वारा आपदाओं में कितनी राशि दी जाती है के बारे में भी सभी को बताया गया तथा उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बनाई गई आपदाओं में (क्या करें क्या ना करें) पुस्तक की एक-एक प्रति उपस्थित सभी को दी गई । इस दौरान आशु लिपिक अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनीष कुमार शर्मा, मुख्य राजस्व लेखाकार उपेंद्र कुमार, राहत सहायक नासिर हुसैन, कंट्रोल रूम में कार्य कर रहे गुलफाम अहमद, अजय कुमार, अमित कौशिक तथा डीएम वार रूम में कार्य कर रहे हैं प्रशांत गोयल, अमन वर्मा, नीरज कुमार एवं आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।