सदर में सपा, बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशी का इंतजार

सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर किसी प्रमुख राजनीतिक दल ने अभी अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है

Update: 2022-02-10 04:26 GMT

जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले की नौ विधानसभा सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गयी, हालांकि सदर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर किसी प्रमुख राजनीतिक दल ने अभी अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है।

सूत्रों की मानें तो भाजपा प्रत्याशी प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री गिरीशचंद्र यादव से टक्कर लेने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा),बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस जातिगत समीकरण को देखते हुए एक दूसरे पर निगाहें गड़ाये बैठी हैं। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज ने बताया कि पैनल से यहां जिन नामों को भेजा गया था उस पर चर्चा हाईकमान कर रहे हैं और एक दो दिन में नाम सामने आ जायेगा। अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र होने के नाते यहां से पार्टी द्वारा पूर्व विधायक नदीम जावेद को पुनः प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चा है, तो वहीं विकेश उपाध्याय लोगों के बीच जाकर प्रचार कर रहे हैं।

सपा के जिलाध्यक्ष पूर्व विधायक लालबहादुर यादव ने बताया कि यहां से सभी उम्मीदवारों के नाम भेजे जा चुके हैं, फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष की कोर कमेटी को लेना है जो किसी भी वक्त प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है। इस सीट पर मुस्लिम चेहरे के अलावा मौर्य समाज का प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चाएं लगातार बनी हुई हैं।

ऐसे में बसपा भी फूंक-फूंक कर कदम रखती हुई नजर आ रही है। बसपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यदि कांग्रेस और सपा मुस्लिम उम्मीदवार सदर विधानसभा से उतारती है तो वे किसी और समाज का प्रत्याशी मैदान में उतार सकती है। यदि सपा मौर्य समाज का प्रत्याशी इस सीट पर उतारती है तो पार्टी मुस्लिम चेहरे के रूप में सलीम खान को मैदान में उतार सकती है, अन्यथा वह सपा, भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद जातिगत समीकरणों को देखते हुए अपने प्रत्याशी का फैसला करेगी।

ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है, अन्यथा बसपा महीनों पहले अपना प्रत्याशी घोषित कर देती थी तो वहीं कांग्रेस और सपा भी अपने प्रत्याशियों के नाम चुनाव से काफी पहले घोषित कर चुकी होती थीं।

चुनावी जानकारों का कहना है कि अगर समाजवादी पार्टी ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी घोषित कर दिया तो भाजपा प्रत्याशी को वाकओवर मिल जाएगा , यदि सपा यहां से मौर्य समाज से किसी को प्रत्याशी बना देती है तो यहां का चुनाव बहुत ही दिलचस्प हो जाएगा । सपा यहां से किसे अपना प्रत्याशी बनाती है, यह तो समय ही बताएगा। वर्ष 2017 के चुनाव में कांग्रेस-सपा के गठबंधन से विधायक नदीम नदीम जावेद कांग्रेस प्रत्याशी बने थे, मगर उन्हें करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।

सं प्रदीप, यामिनी

वार्ता

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