प्रयागराज सहित अन्य जिलों में जुमे की नमाज के बाद उपद्रव- 136 गिरफ्तार
पुलिस अधिकारियों के मामूली रूप से चोटिल होने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाये जाने की पुलिस ने पुष्टि की है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद और फिरोजाबाद में उपद्रवी तत्वों द्वारा नारेबाजी और पथराव की छिटपुट घटनायें हुयीं, इनमें कुछ पुलिस अधिकारियों के मामूली रूप से चोटिल होने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाये जाने की पुलिस ने पुष्टि की है। इस बीच सहारनपुर जिले में 45 लोगों सहित उपद्रव ग्रस्त अन्य इलाकों से 100 से अधिक संदिग्ध उपद्रवियों को गिरफ्तार किये जाने की जानकारी दी गयी है।
बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं द्वारा पैगंबर मुहम्मद के बारे में की गयी विवादित टिप्पणी के विरोध में इन स्थानों पर उपद्रव हुए हैं। गत सप्ताह शुक्रवार 03 जून को कानपुर के बेकनगंज इलाके में जुमे की नमाज के बाद भाजपा नेताओं के खिलाफ नारेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर हिंसा फैलाने की कोशिश की थी। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने सभी जिलों में इस सप्ताह जुमे की नमाज के बाद कानपुर जैसी वारदात ना हो, इसके लिये पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किये थे।
सबसे पहले उपद्रव फैलाने की कोशिश करने की रिपोर्ट दोपहर बाद प्रयागराज से मिली। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के खुल्दाबाद इलाके में अटाला बाग स्थित एक मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों के समूह ने पैगम्बर मुहम्मद के बारे में की गयी विवादित टिप्पणी के विरोध में नारेबाजी शुरु कर दी। इस बीच कुछ लोगों ने पथराव भी किया। इसके बाद सहारनपुर शहर और देवबंद, फिरोजाबाद और मुरादाबाद, अंबेडकरनगर और हाथरस में भी इसी तरह की घटनायें होने की जानकारी स्थानीय प्रशासन ने दी।
इन घटनाओं के बाद पुलिस ने उपद्रवग्रस्त इलाकों से अब तक 136 संदिग्ध लोगों को हिंसा फैलाने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने देर रात बताया कि सहारनपुर जिले में अब तक 45, प्रयागराज में 37, हाथरस में 20, मुरादाबाद में 07, फिरोजाबाद में 04 और अंबेडकरनगर में 23 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न शहरों में शुक्रवार को पथराव की घटनाओं के बाद प्रशासन को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि योगी ने राज्य सरकार के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से पथराव एवं नारेबाजी वाले शहरों की स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को उपद्रवियों की पहचान कर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।
इस बीच अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि प्रयागराज सहित कुछ शहरों से जुमे की नमाज के बाद पथराव और नारेबाजी की घटनायें होने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर प्रदेश में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अता की गयी। जिन स्थानों पर शांति भंग करने के प्रयास किये गये, वहां उपद्रवियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि जिन शहरों में भी शांतिभंग करने की कोशिश की गयी, उनमें बच्चों और किशोरों को आगे किया गया। अवस्थी ने कहा कि ऐसे लोगों से अपील की जाती है कि वे अपने दायित्वों को समझते हुए शांति बनाये रखें।
राज्य के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक डी एस चौहान ने कहा कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर पूरे प्रदेश में धर्मगुरुओं और इलाके के सम्मानित नागरिकों से पहले ही शांति बनाये अपील की गयी थी। चौहान ने कहा कि उपद्रव की आशंका के मद्देनजर पूरे प्रदेश में व्यापक पैमाने पर पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया था। नतीजतन प्रयागराज, फिरोजाबाद, मुरादाबाद और सहारनपुर को छोड़कर पूरे प्रदेश में अमन चैन कायम रहा। उपद्रव की कोशिश वाले शहरों में भी पुलिस ने संयम से काम लिया और जनहानि नहीं होने दी।
चौहान ने कहा कि जहां लोगों ने कानून का पालन किया वहां किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन जहां कहीं भी जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की है, उन्हें कानून के दायरे में लाकर न्यायालय के दरवाजे तक ले जाया जायेगा, किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा।
इस बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश दंगा मुक्त है और दंगा मुक्त रहेगा। उन्होंने कहा कि दंगा फैलाने की जिन लोगों ने भी कोशिश की है, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा।
टीम निर्मल
जारी वार्ता