यूपीटीईटी पेपर लीक मामला-निलंबित परीक्षा नियामक प्राधिकारी गिरफ्तार
2021 का पेपर लीक होने के मामले में निलंबित किए गए परीक्षा नियामक प्राधिकारी को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का पेपर लीक होने के मामले में निलंबित किए गए परीक्षा नियामक प्राधिकारी को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। यूपीटीईटी का पेपर लीक होने के बाद से ही जालसाजों की धरपकड के लिये सक्रिय हुई एसटीएफ लगातार इस मामले में कार्यवाही कर रही है। मंगलवार को ही सरकार की ओर से संजय उपाध्याय को निलंबित किया गया था।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का पेपर लीक करने के मामले में बुधवार को योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय को निलंबन के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। सरकार की ओर से कराई गई जांच पड़ताल के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी को अहम कार्य में गोपनीयता नहीं बरतने और परीक्षा की शुचिता बरकरार नहीं रख पाने का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। राजधानी लखनऊ में गिरफ्तार किए गए परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को अब नोएडा ले जाया गया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा यूपीटीईटी के प्रश्न पत्र छापने वाली एजेंसी के निदेशक राय अनूप प्रसाद को राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया था। राय अनूप प्रसाद की एजेंसी को सरकार की ओर से प्रश्नपत्र छापने का वर्क आर्डर संजय उपाध्याय की ओर से ही जारी किया गया था। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का आयोजन पिछले महीने की 28 नवंबर को किया गया था। लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही यूपीटीईटी का पेपर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसके चलते यूपीटीईटी की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। सरकार ने इस मामले को लेकर पेपर लीक करने के जिम्मेदार लोगों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरु कर रखी है। इंटरनेट मीडिया पर पेपर लीक करने समेत सॉल्वर गिरोह के तकरीबन 3 दर्जन सदस्यों को अभी तक एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय के बाद अब इस मामले में जल्द ही कुछ और बड़ी गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।