गाड़ी फंसी नदी की बीच धार- मौत सामने देख मच गई चीख पुकार
देर रात सभी श्रद्धालु मंदिर में बाबा के दर्शन पूजन कर अपनी ट्रैवलर गाड़ी में सवार होकर वापस लौट रहे थे
बिजनौर। कलुआ वीर मंदिर में दर्शन पूजन करने के बाद ट्रैवलर गाड़ी में सवार होकर लौट रहे श्रद्धालु नदी की बीच धार में फंस गए। जिससे मौत सामने खड़ी हुई देखकर श्रद्धालुओं में बुरी तरह से चीख पुकार मच गई। लोगों के मदद के लिये रोने चीखने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने ट्रैक्टर के पीछे गाड़ी को बांधकर किसी तरह से नदी की बीच धार से निकाला। तब कहीं श्रद्धालुओं की सांस में सांस सामान्य होकर लौट सकी।
बढ़ापुर कस्बे के उत्तरी दिशा में बाल्मीकि समाज के बाबा कलुआ वीर का मंदिर स्थापित है। जहां पर दूर-दराज के इलाकों से श्रद्धालु दर्शन पूजन करने के लिए मंदिर में पहुंचते हैं। उत्तराखंड के नैनीताल से अल्मोड़ा के लगभग डेढ़ दर्जन श्रद्धालु सोमवार सवेरे दर्शन करने के लिए बाबा के मंदिर में आए हुए थे। देर रात सभी श्रद्धालु मंदिर में बाबा के दर्शन पूजन कर अपनी ट्रैवलर गाड़ी में सवार होकर वापस लौट रहे थे। बढ़ापुर कस्बे के समीप से होकर बहने वाली गुलाह नदी पर बने रपटे पर पहाड़ियों में हो रही बारिश का पानी तेज धार के साथ बह रहा था। चालक ने खतरा भांपे बगैर ट्रैवलर को नदी में उतार दिया। नदी की बीच धार में पहुंचते ही श्रद्धालुओं से भरी ट्रैवलर बंद हो गई। मौत को सामने खड़ी देखकर ट्रैवलर के भीतर बैठे श्रद्धालुओं में बुरी तरह से चीख-पुकार मच गई। ट्रैवलर चालक और यात्री रात में ही मदद के लिए लोगों को पुकारने लगे। ग्रामीणों के कानों तक जब श्रद्धालुओं की यह आवाज पहुंची तो वह भाग दौड़कर मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर की सहायता से नदी की बीच धार में पानी में फंसी ट्रैवलर को बांधकर सकुशल बाहर निकाला। देर रात तक ट्रैवलर जब स्टार्ट नहीं हुई तो ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं को एक निजी स्कूल में ले जाकर ठहरा दिया।