शिव सैनिकों को पीटा- फिर की लूट- शांति भंग में चालान
शिवसेना के प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र तोमर की अगुवाई में दर्जनों शिवसैनिकों ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन करते हुए
मेरठ। थाने में सहायता मांगने के लिए आए शिव सैनिकों को लूटेरा बताते हुए पुलिस ने बेहोश होने तक पीटा। फिर उनकी जेब की जमा पूंजी लूट ली। बाद में उनका चालान कर दिया। मामले से गुस्साये शिव सैनिकों ने संगठन के प्रदेश महासचिव की अगुवाई में एसएसपी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा किया। एसएससी ने मामले की जांच के आदेश देते हुए हंगामे को शांत किया।
बुधवार को शिवसेना के प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र तोमर की अगुवाई में दर्जनों शिवसैनिकों ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान धर्मेंद्र तोमर ने आरोप लगाया कि सोमवार को संगठन के परतापुर प्रमुख संजीव चौधरी और महानगर सचिव अमित शर्मा कार में सवार होकर कहीं जा रहे थे। इसी दौरान एमपी नंबर की गाड़ी में सवार कुछ लोग शिवसेना नेताओं की कार के पीछे लग गए। कार में बैठकर पीछे आ रहे लोगों को बदमाश समझकर दोनों शिव सैनिक जनपद के परतापुर थाने में घुस गए। आरोप है कि पीछे से आई गाड़ी में सवार सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मियों ने दोनों शिवसेना नेताओं को बेहोश होने तक थाने में जमकर पीटा और शिवसेना नेताओं पर कार लूटने का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि थाने में शिनाख्त के दौरान तथाकथित पीड़ित ने दोनों शिवसेना नेताओं को पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों शिवसैनिकों का शांति भंग में चालान कर दिया।
आरोप है कि पुलिस ने शिवसेना नेताओं की जेब से निकले पर्सो में रखे 10 हजार रूपये की रकम निकालते हुए उसमें पड़ी रेजगारी तक नहीं छोड़ी। शिव सैनिकों ने बुधवार को एसएसपी कार्यालय पर हंगामा करते हुए चेतावनी दी कि यदि शिवसैनिकों की पिटाई और उनके साथ लूटपाट करने वाले तीनों आरोपी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त नहीं किया गया तो शिवसेना इस मुद्दे को संसद में उठाएगी। शिवसेना के प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र तोमर ने परतापुर पुलिस को लुटेरी बताते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की है। एसएसपी ने इस मामले के जांच के आदेश देते हुए हंगामा कर रहे शिव सैनिकों को शांत कराया।