रालोद की लोक संकल्प समिति किसानों के बीच-गाजीपुर बॉर्डर पर ली राय
रालोद को उत्तर प्रदेश की जनता यदि वोट देकर सरकार बनाने की ताकत देती है तो किसानों की प्रमुख समस्याओं का निदान होना भी निश्चित है।
गाजियाबाद। नये कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी के गाजीपुर स्थित बॉर्डर पर पिछले तकरीबन 8 महीने से आंदोलन कर रहे किसानों के बीच रालोद के लोक संकल्प-2022 का मसौदा तैयार करने के लिए पहुंची रालोद की लोक संकल्प समिति के अध्यक्ष डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से लाए गए काले कृषि कानूनों तथा फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलने से जहां किसानों के भीतर गहरी निराशा है, वही उत्तर प्रदेश में पिछले कई सालों से गन्ने के दाम में बढ़ोतरी ना होने तथा डीजल बिजली और खाद की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी से किसान बेहद नाराज और दुखी है। रालोद को उत्तर प्रदेश की जनता यदि वोट देकर सरकार बनाने की ताकत देती है तो किसानों की प्रमुख समस्याओं का निदान होना भी निश्चित है।
शनिवार को राजधानी दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले तकरीबन 8 महीने से आंदोलन कर रहे किसानों के बीच लोक संकल्प समिति के अध्यक्ष डॉक्टर यशवीर सिंह की अगुवाई में रालोद का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रालोद के घोषणा पत्र का मसौदा तैयार करने के लिए किसानों की राय जानने के लिये उनके साथ सीधा संवाद किया गया। इस दौरान लोक संकल्प समिति के अध्यक्ष डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गये नये कृषि कानूनों तथा फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलने से जहां किसानों में गहरी निराशा है, वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले कई सालों से गन्ने के दाम में बढ़ोतरी ना होने तथा डीजल, बिजली और खाद की कीमतों में बेतहाशा बढोतरी के कारण उत्तर प्रदेश के किसान बेहद दुःखी और नाराज है। इस दौरान लोक संकल्प समिति के सदस्यों की खेती-किसानी के विभिन्न मुद्दों पर किसानों से व्यापक चर्चा हुई। चर्चा के दौरान मुख्य रूप से चौधरी युद्धवीर सिंह, गौरव टिकैत, लोक संकल्प समिति के अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह, सह अध्यक्ष प्रो. अजय कुमार, एस के वर्मा, डॉ. शहंशाह खान,रामाशीष राय, सुखबीर सिंह गठीना, रमा नागर सहित अनेक किसान मौजूद रहे।
आंदोलनकारी किसानों को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी द्वारा गठित लोक संकल्प समिति के सदस्यों ने आश्वस्त किया कि राष्ट्रीय लोकदल पिछले 8 महीनों से चल रहे किसान आंदोलन के साथ है और तीनों काले कृषि कानूनों के दुष्प्रभाव से उत्तर प्रदेश की नई सरकार किसानों को बचाने के लिए कदम उठाएगी।
लोक संकल्प समिति के अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न वर्गों से रायशुमारी कर राष्ट्रीय लोकदल का घोषणापत्र तैयार किया जायेगा। गाँव, किसान, कामगारों तथा युवा वर्ग और महिला उत्थान को राष्ट्रीय लोकदल के घोषणा पत्र के केंद्र बिंदु होंगे।
इस अवसर पर लोक संकल्प समिति के सह अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रो. अजय कुमार ने आंदोलन कर रहे किसानों को आश्वस्त किया कि राष्ट्रीय लोकदल सदैव की भांति ही किसानों की जायज माँगों का समर्थन करता है। अगर प्रदेश की महान जनता विधानसभा चुनाव वोट देकर राज्य में राष्ट्रीय लोकदल को सरकार बनाने की ताकत देती है तो किसानों की प्रमुख समस्याओं का निदान तय है। जिनमें गन्ना मूल्य में वृद्धि और बिजली बिलों का भार कम करना सर्वाेच्च प्राथमिकता होगी।