पुलिस-प्रशासन ने रोककर प्रदर्शनकारियों को समझाया- बाद में खिलाई मिठाई
हापुड़ पुलिस-प्रशासन ने प्रदर्शन के मकसद से आ रहे युवाओं को रोककर उन्हें समझाया
हापुड। केंद्र सरकार द्वारा भारत की तीनों सेनाओं में लागू की गई अग्निपथ अग्निवीर योजना को लेकर जहां पूरे देश में युवा सड़कों पर हैं और विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान आगजनी की घटनाएं भी हुई है। हापुड़ पुलिस-प्रशासन ने प्रदर्शन के मकसद से आ रहे युवाओं को रोककर उन्हें समझाया। पुलिस प्रशासन की बात मानने पर उन्हें मिठाई खिलाई गई, जिसके बाद वह घर वापस लौट गये।
ज्ञात हो कि विगत दिवस सोशल मीडिया पर हापुड़ जनपद के पिलखुआ कोतवाली क्षेत्र के छिजारसी टोल प्लाजा पर युवाओं द्वारा इस योजना के विरोध को लेकर एक प्रदर्शन की बात कही गई थी। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद हापुड प्रशासन देर रात से ही हरकत में था और टोल प्लाजा पर भारी संख्या में पुलिस-प्रशासन व मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए थे। जैसे ही आज युवा टोल टैक्स की तरफ बढ़े तो प्रशासन ने उन्हें रास्ते में ही रोक कर समझाया, जिसके बाद सभी युवा माने और एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम अपर जिलाधिकारी हापुड़ को सौंपा।
ज्ञापन में युवाओं ने राष्ट्रपति से मांग की कि वह सभी छात्र पिछले कई माह से सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे थे। भर्ती के नए नियम लागू होने से हम सब के मंसूबों पर कहीं ना कहीं पानी फिर गया है। युवाओं द्वारा पहली मांग में कहां की टीओडी को खत्म करो और पूर्व से चल रही भर्ती के नियमों को लागू किया जाए, जिस तरह से पूर्व भर्ती का लिखित परीक्षा कराई जाती थी। उसी तरीके से परीक्षा कराई जाए और कोरोना वायरस के कारण जिन छात्रों की आयु सीमा समाप्त हो गई है, उन्हें 2 साल की उम्र में छूट दी जाए।
ज्ञापन लेने के बाद अपर जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार सिंह ने युवाओं को मिठाई खिलाकर उनको घर के लिए भेज दिया। इस तरह से अधिकारियों द्वारा युवाओं को मिठाई खिलाकर वापस भेजने के बात जैसे ही लोगों को पता चलती गई तो वैसे ही लोग हापुड पुलिस प्रशासन की तारीफ करने लगे और कहां जिस तरह से युवा जगह-जगह इस मुद्दे को लेकर आगजनी जैसी घटनाएं कर रहे हैं। उन सभी छात्रों को पहले इसी तरीके से समझाया जाना चाहिए तो छात्र प्रशासन की बातों को समझेंगे और कानून को अपने हाथ में लेने से बच कर अपना भविष्य बिगड़ने से भी बचा पाएंगे।