पंचायत चुनाव के नतीजों ने भाजपा को दी चेतावनी
जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजों ने सत्ताधारी दल भाजपा को जोरदार झटका दिया है।
जौनपुर। उत्तर प्रदेश में हाल में सम्पन्न पंचायत चुनाव के परिणामों ने जौनपुर जिले में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की कड़ी तैयारी का संदेश दिया है।
जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजों ने सत्ताधारी दल भाजपा को जोरदार झटका दिया है। वर्ष 2017 के विस चुनावों के बाद यह चौथा चुनाव है, जिसमें भाजपा को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है। इससे संदेश साफ है कि आगामी दिनों में भाजपा की राह आसान नहीं होगी।
वर्ष 2017 में भाजपा की सुनामी ने सपा के मजबूत गढ़ में गहरी सेंध लगाई थी जब जौनपुर की नौ सीटों में से चार पर भाजपा को जीत मिली थी। एक पर सहयोगी अपना दल (एस), एक पर बसपा और सिर्फ उन तीन सीटों पर ही सपा सिमट गयी थी, जहां से तत्कालीन सपा सरकार के मंत्री मैदान में थे। इस जीत ने भाजपा के स्थानीय नेताओं के उत्साह को इस कदर आसमान पर पहुंचा दिया कि सवा चार साल बाद भी वह नीचे उतरने का नाम ही नहीं ले रहा है नतीजन बाद में होने वाले चुनावों में भाजपा एक-एक कर सभी में मात खाती नजर आ रही है।
वर्ष 2017 में ही नगर निकायों के चुनाव में सिर्फ मुंगरा और शाहगंज की सीट पर ही भाजपा को जीत मिली थी। जौनपुर नगर पालिका सहित मड़ियाहूं, केराकत, मछलीशहर, बदलापुर और खेतासराय नगर पंचायत में विपक्षी दलों के चेयरमैन निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव को सपा-बसपा ने मिलकर लड़ा तो पूरी ताकत झोंकने के बाद भी भाजपा जौनपुर संसदीय सीट हार गई। वहीं मछलीशहर में बड़ी मुश्किल से हेरा फेरी करके अंतिम राउंड की गणना में मात्र 184 वोटों से जीत का स्वाद जबरिया चख लिया।
2020 में मल्हनी विधानसभा के उपचुनाव में नतीजे भी भाजपा के लिए बेहद निराशाजनक रहे। सत्ता में होने के बाद भी भाजपा प्रत्याशी यहां जमानत भी नहीं बचा सके, जबकि यहां के प्रचार में मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री, सांसद अपनी पूरी ताकत एवं दम-खम से प्रचार कर रहे थे। इसके बाद अब पंचायत चुनाव भी सत्ताधारी पार्टी के लिए अनुकूल नहीं रहा। जिले में जिला पंचायत सदस्य के कुल 83 पदों पर भाजपा ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। साथ ही सभी विधायक, मंत्री, सांसद ने अपने इलाके में प्रत्याशी को जिताने के लिए एड़ी-चोटी तक का जोर भी लगा दिया था। बावजूद इसके महज 12 सीटों पर ही कामयाबी मिल सकी। पंचायत के इस चुनाव में सपा के 40 सदस्य चुनाव जीते हैं। बसपा भी 10 सीटों पर जीत दर्ज कराया है। भाजपा की सहयोग पार्टी अपना दल एस ने जनपद के दक्षिणान्चल में अपनी ताकत का एहसास कराया और 06 वार्डो पर जीत दर्ज कराया है। सभी मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के है।
इसके अलावा आईएमआईएस 01 पर, उलेमा कौंसिल 01,आप-02 पर विजय हासिल किया है। शेष 11 वार्डो में निर्दलियों जीत दर्ज कराया है।
वार्ता