परिजनों की लापरवाही-कुकर में फंसी मासूम की जान-मुश्किलों से लौटी सांसे
कुकर से बच्चे की गर्दन बाहर निकल जाने के बाद परिवारजनों ने राहत की सांस ली।;
आगरा। परिजनों की मौजूदगी के बावजूद खेलते खेलते कुकर में डेढ़ वर्षीय मासूम ने अपना सिर फंसा लिया। बच्चे की चीख-पुकार के बीच तकरीबन 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद डॉक्टरों की टीम ने कुकर को ग्लाइडर से काटकर बच्चे की जान को बचाने में कामयाबी प्राप्त की। कुकर से बच्चे की गर्दन बाहर निकल जाने के बाद परिवारजनों ने राहत की सांस ली।
मिल रहे घटनाक्रम के अनुसार मथुरा के कोसी कलां निवासी सुमाइला अपने डेढ़ वर्षीय मासूम बेटे हसन रजा के साथ आगरा के लोहा मंडी खाती पाड़ा स्थित अपने मायके आई थी। हसन ने खेलते समय परिवारजनों की मौजूदगी के बावजूद कुकर के अंदर अपना सिर डाल दिया। सिर के कुकर में फंस जाने के बाद मासूम बाहर निकालने के प्रयासों में छटपटाने लगा। परिवारजनों ने अपने स्तर पर मौके पर काफी प्रयास किया, लेकिन कुकर से बालक के सिर को बाहर नहीं निकाल पाए। कुकर से सिर ना निकलने पर परिजन मासूम को राजा मंडी स्थित एमएम चौरिटेबल अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने बच्चे को ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर सिर में फंसे कुकर को निकालने के प्रयास किए। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद कुकर से बालक का सिर नहीं निकल पाया। अंत में डॉक्टरों ने ग्लाइडर मशीन से कुकर को काटा और बच्चे को बचाया।
पूरे ऑपरेशन का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। बच्चे की मां ने कहा है कि वह ऐसे डॉक्टर को जिंदगी भर नहीं भूल सकती जिन्होंने उनके बच्चे को नया जीवन दिया है। कुकर को काटकर बच्चे के सिर को निकालने वाले एमएम चैरिटेबल के डॉक्टर फरहत खान ने बताया है कि जब बच्चे को उनके पास लाया गया था तो वह काफी परेशान था। हमारे सामने दिक्कतें यह थी कि बालक का सिर अंदर फंसा होने के कारण हम बालक को बेहोश भी नहीं कर सकते थे। वह लगातार हिल डुल रहा था और रो रहा था। फिर बालक का सिर सबसे नाजुक जगह होती है। इसलिए कुकर काटते समय बड़ा ही ध्यान रखना पड़ा। बच्चा अब बिल्कुल पूरी तरह से स्वस्थ है। डॉक्टर खान ने कहा है कि लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ऐसे बर्तन बच्चों की पहुंच से दूर रखें, जिनके माध्यम से बच्चों को शारीरिक नुकसान पहुंचने की संभावनाएं हो।